मदन वात्स्यायन वाक्य
उच्चारण: [ medn vaatesyaayen ]
उदाहरण वाक्य
- अपने कवि को सिंदरी में दफनाने और वर्ष 78 में रिटायरमेंट के बाद मदन वात्स्यायन मुजफ्फरपुर या मोतिहारी में रहते हुए क्या करते रहे, दिन के चौबीस घंटे, महीने के तीस और साल के 365 चौबीस घंटों का हर दिन कैसे गुजरता था उनका, इसकी अगर खोजबीन की जाए, तो हो सकता है व्यवस्था का कोई एक और क्रूर रूप सामने आए।
- हिंदी के कवि के मर जाने की खबर को मीडिया जिस भाव से लेता है, उससे कुछ बेहतर वह ‘ कुछ ' छप भी गया, लेकिन! ‘ शुक्रतारा ' को पढ़ते हुए मन को यही कचोटता रहा कि मदन वात्स्यायन को कितने बेगानेपन से जाने दिया गया! शुक्रतारा के जरिये मदन वात्स्यायन की कविताएं इतने अप्रत्याशित ढंग से सामने आयीं कि चकित रह गया।
- हिंदी के कवि के मर जाने की खबर को मीडिया जिस भाव से लेता है, उससे कुछ बेहतर वह ‘ कुछ ' छप भी गया, लेकिन! ‘ शुक्रतारा ' को पढ़ते हुए मन को यही कचोटता रहा कि मदन वात्स्यायन को कितने बेगानेपन से जाने दिया गया! शुक्रतारा के जरिये मदन वात्स्यायन की कविताएं इतने अप्रत्याशित ढंग से सामने आयीं कि चकित रह गया।
- तीसरे सप्तक के कवि मदन वात्स्यायन की कविता ‘ कोसी ', कोसी की लोककथाओं पर आधारित सुरेन्द्र स्निग्ध की कविताएँ, रामकृष्ण झा ‘ किसुन ' की मैथिली कविता ‘ कोसीक बाढ़ि ', मैथिली गीतकार नवल का गीत ‘ मलहवा रे... ', नंदकिशोर लाल ‘ नंदन ' का गीत ‘ निष्ठुर कोसी माय ' और कोसी की छाड़न धाराओं पर रचित नारायण प्रसाद वर्मा के हिन्दी गीत भी यहाँ याद आते हैं।