मधवापुर वाक्य
उच्चारण: [ medhevaapur ]
उदाहरण वाक्य
- मधवापुर प्रखंड के बासुकी बिहारी गांव के युगेश्वर झा यहां के विधायक थे और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता होने के साथ-साथ मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कॉलेज में भौतिक विज्ञान के प्राध्यापक भी थे।
- उल्लेखनीय अछि कि सम्बद्ध रामनारायण जनता कॉलेज रामपुर, मधवापुर व सती भरत कॉलेज पड़री में मानवीकी, सामाजिक विज्ञान व वाणिज्य संकाय में तीन सत्रों के लेल अस्थायी संबंधन की अनुशंसा पर विचार होयत।
- बेनीपट्टी: अधवाड़ा समूह की सभी सहायक नदियों में उफ़ान के कारण अनुमंडल के बेनीपट्टी, बिस्फ़ी, हरलाखी व मधवापुर प्रखंड में बाढ़ के चौथे दिन भी स्थिति अनियंत्रित बनी हुई है.
- डीएम ने बताया कि अधवारा समूह की नदियों में जल उफान से मधवापुर के छह पंचायत, बिस्फी के सात पंचायत एवं बेनीपंट्टी के 11 पंचायतों के लोग पूर्णत: बाढ़ प्रभावित हो चुके हैं।
- मधवापुर (मधुबनी) मधवापुर-मटिहानी सीमा क्षेत्र के नर्मदेश्वर नाथ महादेव स्थान से नरसिंह मंदिर परिसर में सीमावर्ती पांच गांव के ग्रामीणों द्वारा आयोजित 21 दिवसीय श्री सीताराम विश्व शांति महायज्ञ का शुभारंभ सोमवार को भव्य कलश शोभा यात्रा निकालकर की गई।
- बताते चलें कि साहरघाट एवं मधवापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले गांव केरवा पिरोखर, गोपालपुर एवं मुसहरी में हुई छापेमारी के दौरान अरुण कुमार सिंह, ललित मुखिया, चंदेराम को अवैध शराब बेचने के क्रम में गिरफ्तार किया गया.
- अभियुक्त मुरली वादी मुकदमा शिव राम केसरवानी के मधवापुर बैरहना स्थित मिठाई की दुकान पर पहले से काम करता रहा है और वेतन भुगतान के बाबत वादी मुकदमा के लड़के व अभियुक्त मुरली के बीच वाद विवाद हुआ था, इस बात को स्वयं वादी मुकदमा ने स्वीकार किया है।
- 13 मार्च 1982 के उत्तर-प्रदेश के गोंडा जिले के मधवापुर गाव का, जब स्वार्थवश एक फर्जी मुठभेड़ में तत्कालीन गोंडा के DSP स्वर्गीय श्री कृष्ण प्रताप सिंह समेत दर्जन भर निर्दोष गाव वालो को उन्ही के विभाग के भ्रष्ट सहयोगियों ने गोली का सिकार बना हत्या कर दी थी।
- संक्षेप में अभियोजन कहानी प्रदर्श-क1 लिखित तहरीर वादी कागज संख्या-4ए / 2 के अनुसार इस प्रकार है कि दिनांक 3-4-2005 को वादी मुकदमा शिव राम केसरवानी पुत्र स्व0 लाल जी केसरवानी ने एक लिखित तहरीर थाना कीडगंज में इस आशय की दिया कि वह मकान नम्बर 253 मधवापुर बैरहना थाना कीडगंज इलाहाबाद का रहने वाला है।
- दैनिक कार्यो से विरत आये दिन ये बाजारों में शापिंग आदि में बढ़-चढ़कर मशगूल देखी जा रही है किताब, कापी, ड्रेस, मध्यान्ह भोजन का कुछ अता-पता ही नहीं हैं दूसरी तरफ हर्रैया सतघरवा अर्न्तगत मधवापुर, सेखापुर, गोड़वा, सहबानगर आदि प्राथमिक विद्यालयों के कई अध्यापक हफ्तों स्कूल की चौखट तक नहीं लांघते है।