मधु-कैटभ वाक्य
उच्चारण: [ medhu-kaitebh ]
उदाहरण वाक्य
- मधु-कैटभ के युद्ध में जगत् के रक्षक ये भगवान् विष्णु जिन परमेश्वरी का स्तवन करके शक्ति मान् हुए थे, उन दुर्गा को मैं नमस्कार करता हूँ।
- मधु-कैटभ के युद्ध में जगत् के रक्षक ये भगवान् विष्णु जिन परमेश्वरी का स्तवन करके शक्ति मान् हुए थे, उन दुर्गा को मैं नमस्कार करता हूँ।
- मधु-कैटभ के युद्ध में जगत् के रक्षक ये भगवान् विष्णु जिन परमेश्वरी का स्तवन करके शक्ति मान् हुए थे, उन दुर्गा को मैं नमस्कार करता हूँ।
- जिसके द्वारा ही महिषासुर (अर्थात जड़ता), शुम्भ-निशुम्भ (गर्व और शर्म) और मधु-कैटभ (अत्यधिक राग-द्वेष) को नष्ट किया जा सकता है।
- जब ब्रह्मा सृष्टि की रचना कर रहे थे, तो मधु-कैटभ जैसे दानव उनकी सृष्टि को नष्ट करने लगे, जिन्हें भगवती कैटभी और भगवान मधुसूदन ने मारा।
- बताते हैं कि जब मधु-कैटभ व हिरण्याकश्यप आदि राक्षस पृथ्वी को पाताल में ले गए थे तब वराह भगवान ने अवतरित होकर पृथ्वी को उन राक्षसों से मुक्त कराया था।
- ऐसी बहुत-सी कथाएं हैं कि कैसे मां दिव्य रूप में अवतरित होकर मधु-कैटभ, शुम्भ-निशुम्भ और महिषासुर जैसे कई असुरों का वध कर शांति व सत्य की स्थापना करती हैं।
- जब मधु-कैटभ के भय से डरकर ब्रह्मा काँप उठे थे, उस समय जिनकी स्तुति करके वे भयमुक्त हुए थे ; उन देवी को मैं सिर झुकाकर प्रणाम करता हूँ।
- दैत्य मधु-कैटभ के मेड से निर्मित होने के कारण पृथ्वी को पहले मेदिनी कहा जाता था, किन्तु राजा पृथु की पुत्री बनने के बाद यह पृथ्वी नाम से प्रसिद्द हुई।
- दुर्गा चरित्र और दुर्गा सप्तशती की कथा में मधु-कैटभ, महिषासुर वध, शुंभ-निशुंभ और रक्तबीज आदि असुरों के वध के लिए देवी अवतारों की कथाएं भी इस पुराण में प्राप्त होती हैं।