मनास वाक्य
उच्चारण: [ menaas ]
उदाहरण वाक्य
- नौ नदियाँ, गंगा, यमुना, रामगंगा, काली, करनाली, राप्ती, गंडक, बागमती व कोसी, गंगा तंत्र की हैं, जिनका जलग्रहण क्षेत्र 2,17,560 वर्ग किलोमीटर है और तीन, तिस्ता, रैदक व मनास, ब्रह्मपुत्र तंत्र की हैं जो 1,83,890 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को अपवाहित करती हैं।
- इसके अतिरिक्त नाटककार ली यू और मशहूर नाटककार क्वान हान छिंग का प्राचीन अपेरा साहित्य और फु सुंग लिंग और उन की भूत आत्माओं की कथाएं, पश्चिम की तीर्थयात्रा, त्रिराज्य की कहानी, लाल भवन सपना जैसे प्राचीन उपन्यास और राजा कसार की जीवनी, चांगर तथा मनास जैसे महाकाव्य भी यहाँ पाठकों को लिये आनलाइन रखे गये हैं ।
- मन मनास उमगत नाही मन मनास उमगत नाही, आधार कसा शोधावा? स्वप्नातील पदर धुक्याचा, हातास कसा लागावा? मन थेंबांचे आकाश, लाटांनी सावरलेले मन नक्षत्रांचे रान, अवकाशी अवतरलेले मन गरगरते आवर्त, मन रानभूल, मन चकवा मन काळोखाची गुंफा, मन तेजाचे राऊळ मन सैतानाचा हात, मन देवाचे पाऊल दुबळया, गळक्या झोळीत हा सूर्य कसा झेलावा चेहरा, मोहरा ह्याचा कुणी कधी पाहीला नाही धनी अस्तित्वाचा तरीही, ह्याच्याविण दुसरा नाही ह्या अनोळखी नात्याचा, कुणी कसा भरवसा द्यावा
- मन मनास उमगत नाही मन मनास उमगत नाही, आधार कसा शोधावा? स्वप्नातील पदर धुक्याचा, हातास कसा लागावा? मन थेंबांचे आकाश, लाटांनी सावरलेले मन नक्षत्रांचे रान, अवकाशी अवतरलेले मन गरगरते आवर्त, मन रानभूल, मन चकवा मन काळोखाची गुंफा, मन तेजाचे राऊळ मन सैतानाचा हात, मन देवाचे पाऊल दुबळया, गळक्या झोळीत हा सूर्य कसा झेलावा चेहरा, मोहरा ह्याचा कुणी कधी पाहीला नाही धनी अस्तित्वाचा तरीही, ह्याच्याविण दुसरा नाही ह्या अनोळखी नात्याचा, कुणी कसा भरवसा द्यावा
- बुधवार की रात्री को समिपस्थ गाव ढाकनी ऒर चुकनी के बीच बहने वाले नाले मे ट्रॆक्टर बह गया जिसमे ड्रायवर सहीत कुल साथ लोग भी बह गये! जिसमे से मोके पर उपस्थित लोगो ने ड्रायवर सहीत छ लोगो को बचा लीया किन्तु अभी भी एक व्यक्ती के लापता होने की खबर हॆ! वही मनास पुलिस ड्रायवर सहीत कुल चार लोगो के बहने की बात बता रही हे! जो की अब सुरक्षित हॆ! बुधवार को हुई तेज बारिश से रात्री के समय ढाकनी ऒर चुकनी के बीच बहने वाला नाला उफान पर था!
- जागरण संवाद केंद्र, अंबाला: भारत-पाक सीमा से महज 20 किलोमीटर दूर स्थित जम्मू-कश्मीर के बारामूला के किसान दशहत भरे माहौल में तकनीक व दुनिया की हलचल से बेखबर अपनी जीविका चलाने में ही व्यस्त रहते हैं। सेना की 52आरआर व 10 सेक्टर आरआर यूनिट ने जब इन किसानों को हरियाणा व पंजाब का भ्रमण करवाया तो यहां की खेतीबाड़ी देख वे दंग रह गए। छावनी स्थित सैनिक विश्राम गृह में मेजर पीएस मनास के नेतृत्व में हरियाणा-पंजाब का भ्रमण करने के बाद रुके किसान दैनिक जागरण से रूबरू हुए। मेजर मनास ने बताया कि किसानों ने स
- जागरण संवाद केंद्र, अंबाला: भारत-पाक सीमा से महज 20 किलोमीटर दूर स्थित जम्मू-कश्मीर के बारामूला के किसान दशहत भरे माहौल में तकनीक व दुनिया की हलचल से बेखबर अपनी जीविका चलाने में ही व्यस्त रहते हैं। सेना की 52आरआर व 10 सेक्टर आरआर यूनिट ने जब इन किसानों को हरियाणा व पंजाब का भ्रमण करवाया तो यहां की खेतीबाड़ी देख वे दंग रह गए। छावनी स्थित सैनिक विश्राम गृह में मेजर पीएस मनास के नेतृत्व में हरियाणा-पंजाब का भ्रमण करने के बाद रुके किसान दैनिक जागरण से रूबरू हुए। मेजर मनास ने बताया कि किसानों ने स