मश्क़ वाक्य
उच्चारण: [ meshek ]
उदाहरण वाक्य
- कई बार शाइर बहर के चक्कर में अब, ये, तो, भी, वो आदि लफ़्ज़ बिना वज्ह शे ' र में डाल देता है जबकि कहन में उस लफ़्ज़ की कोई ज़रूरत नहीं होती! शाइर को भर्ती के लफ़्ज़ों के इस्तेमाल से भी बचना चाहिए! जहां तक शाइरी में ऐब का सवाल है और भी बहुत से ऐब है जिन्हें एक शाइर अध्ययन और मश्क़ कर-कर के अपने कहन से दूर कर सकता है!
- वो पूछते है नाम मुझसे मेरे इश्क का और पूछते है हमसे इजहारे इश्क भी हाल क्या बताये अपने दर्देदिल का दो ओस की वो बूंदे बेहाल कर गयी चांदनी रात मे चुपके से आकर हमसे हमारा दिल लूट ले गयी कर दिया बदनाम हमको हमने लूटा है वो हमसे हमारी नींद चैन ले गयी कुछ न बचा वो बस एक नाम रह गया और मश्क़ मे ओस की वो दो बूँदें रह गयी और मश्क़ मे ओस की वो दो बूँदें रह गयी...
- वो पूछते है नाम मुझसे मेरे इश्क का और पूछते है हमसे इजहारे इश्क भी हाल क्या बताये अपने दर्देदिल का दो ओस की वो बूंदे बेहाल कर गयी चांदनी रात मे चुपके से आकर हमसे हमारा दिल लूट ले गयी कर दिया बदनाम हमको हमने लूटा है वो हमसे हमारी नींद चैन ले गयी कुछ न बचा वो बस एक नाम रह गया और मश्क़ मे ओस की वो दो बूँदें रह गयी और मश्क़ मे ओस की वो दो बूँदें रह गयी...