महातल वाक्य
उच्चारण: [ mhaatel ]
उदाहरण वाक्य
- लेकिन किस उपकरण क़ी सहायता से “ अतल, वितल, सुतल, तलातल, महातल, रसातल एवं पाताल ” नामक सात महाद्वीपों क़ी खोज हजारो-हजारो साल पहले ही कर दी गयी थी? क्या अंग्रेजी में कॉन्टिनेंट कह देने से यह प्रामाणिक हो गया और हिंदी में महाद्वीप कह देने से यह निराधार हो गया? देखें-सप्तार्णवाः सप्त कुलाचालाश्च सप्तर्षयो द्वीप वनानि सप् त.
- गोलोक के नीचे ब्रह्मा का निवास सत्यलोक, तपलोक, जनलोक, महलोक, स्वलोक, भुवलोक, भूलोक, नामक सात ऊर्ध्वलोक, तथा भूलोक के नीचे अधोलोक कहलानेनाले अतल, वितल, सुतल, रसातल, तलातल, महातल और पाताल लोक ये सातों मिलाकर चौदह लोकों के ऊपर विश्व के शिवराग्र पर ध्रुव समस्त दिशाओं के लिए दिशासूचक बनकर अचल पद नक्षत्र के रूप में प्रकाशमान रहते हैं।
- षड़ज, ऋषभ, गांधोर, मध्यम, पंचम, धैवत तथा निषाद ये सात स्वर अतल, वितल, सुतल, तलातल, महातल, रसातल और पाताल ये सात तल मरीचि, अंगिरा, अत्रि, पुलह, केतु, पौलस्त्य और वैशिष्ठ ये सात ऋषि भू, भुवः स्वः, महः, जन, तप और सत्य नाम के सात लोकों गोरोचन, चंदन, स्वर्ण, शंख, मृदंग, दर्पण और मणि सात पदार्थ इन्द्रधनुष के सात रंग और सात समुद्र आज एक दिन बहुत सार्थक बीता ।
- चौदह-भुवन-परमतत्त्वं (आत्मतत्त्वम्) रूपी शब्द-ब्रह्म रूप परमेश्वर के विराट-शरीर अथवा परमार्थिक-शरीर मुख्य रूप से सर्वप्रथम-एक विराट शरीर ; पुनः दो-व्यावहारिक या पार्थिव शरीर तथा विराट या परमार्थिक-शरीर ; पुनः तीन-पाताल या अधः लोक ; मृत्युलोक और भूवलोक और पुनः चौदह-तल, वितल, सूतल, महातल, तलातल, रसातल और पाताल रूप सात भुवन जो अधः लोक के अन्दर हैं ; भूः, भुवः, स्व, महः नामक चार भुवन मृत्युलोक में और जनः तपः और सत्य-लोक नामक तीन भुवन भुवर्लोक के अन्तर्गत आते हैं।