मांडना वाक्य
उच्चारण: [ maanednaa ]
उदाहरण वाक्य
- रंगोली: रंगोली या मांडना हमारी प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति की समृद्धि के प्रतीक हैं, इसलिए ' चौंसठ कलाओं ' में मांडना को भी स्थान प्राप्त है।
- सुमन आटा मांडना बीच में छोड़कर हडबडाती हुई रसोईघर से निकलते हुए ड्राइंग रूम में प्रवेश करते हुए बोली-' ' आती ही होगी... मार्किट गयी है...
- राजस्थानी लुक देने के लिए आप घरों की बाहरी दिवारों पर गेरू जैसा लाल रंग करके उस पर सफेद रंग से मांडना की डिजाइन बना सकते है जो आपके घर को एक पारंपरिक लुक देगा।
- इस पर्व पर बहनें प्राय: गोबर से मांडना बनाती हैं, उसमें चावल और हल्दी के चित्र बनाती हैं तथा सुपारी फल, पान, रोली, धूप, मिष्ठान आदि रखती हैं, दीप जलाती हैं।
- उत्तर प्रदेश में चौक पूरना, राजस्थान में मांडना, बिहार में अरिपन, बंगाल में अल्पना[5], महाराष्ट्र में रंगोली, कर्नाटक में रंगवल्ली, तमिलनाडु में कोल्लम, उत्तरांचल में ऐपण,[6] आंध्र प्रदेश में मुग्गु या मुग्गुलु, हिमाचल प्रदेश में 'अदूपना', कुमाऊँ में लिखथाप या थापा[7], तो केरल में कोलम ।
- नेहरू पार्क में चलाए जा रहे “लाईव पार्क” आयोजन के तहत आज मांडना प्रतियोगिता आयोजित हुई जेडीए और मैग की ओर से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में प्रकृति से जुडने और सिविक हैबिट्स अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया साथ ही मांडना से जुड़ी रोचक बाते भी बताई गई।
- नेहरू पार्क में चलाए जा रहे “लाईव पार्क” आयोजन के तहत आज मांडना प्रतियोगिता आयोजित हुई जेडीए और मैग की ओर से चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में प्रकृति से जुडने और सिविक हैबिट्स अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया साथ ही मांडना से जुड़ी रोचक बाते भी बताई गई।
- रंगोली आप समझते हैं न अरे वोही जिसे बंगाल में ' अल्पना ', बिहार में ' अरिपना, राजस्थान में ' मांडना ', गुजरात, महाराष्ट्र और कर्णाटक में ' रंगोली ', उत्तर प्रदेश में ' चौक पुराना ' केरल और तमिल नाडू में ' कोलम ' और आन्ध्र प्रदेश में ' मुग्गु ' के नाम से पुकारा जाता है.
- यह कला विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग नामों से प्रचलित है, जैसे उत्तर प्रदेश में चौक पूरना, राजस्थान में मांडना, बिहार में ऐपन, बंगाल में अल्पना, महाराष्ट्र में रंगोली, कर्नाटक में रंगवल्ली, तमिलनाडु में कोल्लम, उत्तराखंड में ऐपण, लिखथाप या थापा, आंध्र प्रदेश में मुग्गु या मुग्गुलु, हिमाचल प्रदेश में एपण और केरल में कोलम।
- कुछ लोग हाथा देना को मांडना और रंगोली या अल्पना से तुलना करते हंै पर वास्तव में न ये रंगोली है न मांडना और न ही अल्पना, उसका एक प्रकार जरूर कह सकते हैं क्योंकि इस तरह दीवरों, आंगन तथा पूजा स्थान पर रंगों से आकृति बनाए जाने की परंपरा भारत के लगभग हर प्रदेश में कायम हैं, जो किसी न किसी रूप में सुख समृद्धि तथा टोटके के रूप में विद्यमान हैं।