मान्त्रिक वाक्य
उच्चारण: [ maanetrik ]
उदाहरण वाक्य
- फुदकती सोच पब और प्रार्थना को जोड़ देती है! 1 प्रेयर्स एण्ड मेडिटेशंस, द मदर, पॉण्डिच्चेरी; की प्रार्थनाओं में मान्त्रिक शक्ति है! मैं नहीं जानता पब का वातावरण।
- किसी भी अन्य विद्वान, शास्त्रीय जानकार, वैज्ञानिक, मान्त्रिक, तान्त्रिक, मनोवैज्ञानिक, योगी-यति, ऋषि-महर्षि, आध्यात्मिक सन्त-महात्मा, पीर-पैगम्बर, आलिम-औलिया को नहीं होती।
- इस वर्ग के अन्तर्गत शिक्षित, विद्वान, तांत्रिक, मान्त्रिक, मनोवैज्ञानिक, वैज्ञानिक, रामायणी, राजा, मन्त्री, अधिकारी कर्मचारी और समस्त ग्रहस्थ वर्ग आते हैं।
- टीवी पर ये बाबा । गुरु । सतगुरु । ज्योतिषी । तान्त्रिक । मान्त्रिक । पण्डा आदि कैसे आते हैं? चैनल की भाषा में इसको टाइम स्लाट कहते हैं ।
- अपने अभीष्ट की कामना में प्राचीनकाल से ही मनुष्य किन्ही अनुष्ठानों का आयोजन करता रहा है जिनमें से कुछ ऐसे होते हैं जो वह सामान्य पुरोहितो से हट कर ओझा, बैगा, तान्त्रिक, मान्त्रिक आदि से सम्पन्न कराता है ।
- अपने अभीष्ट की कामना में प्राचीनकाल से ही मनुष्य किन्ही अनुष्ठानों का आयोजन करता रहा है जिनमें से कुछ ऐसे होते हैं जो वह सामान्य पुरोहितो से हट कर ओझा, बैगा, तान्त्रिक, मान्त्रिक आदि से सम्पन्न कराता है ।
- सीट पीत शरीर पर आने पर भी इसी तरह का मंत्र पढ़ा जाता है जिसमे मान्त्रिक या तांत्रिक घाव पर दूब या सिंवळ / सिंयारू (बोयमीरिया मैक्रोफिला) के पत्तों को पाणी में भिगोकर घाव या फोड़ी पर धीरे धीरे स्पर्श करता है.
- उनमें गृहस्थ थे, साधु थे, श्रद्धालु थे, भक्त थे, सेवक थे, योगी थे, तान्त्रिक थे, मान्त्रिक थे, हिन्दु के अलावा मुसलमान थे, क्रिस्चियन थे, सिक्ख थे, बौद्ध थे, पारसी थे, भारतीयों के अलावा अफगान थे, इटेलियन थे, अमरीकी थे, अँग्रेज थे, और न जाने कौन कौन थे ।
- जीवन में कभी कोई उच्च स्तर तांत्रिक, मान्त्रिक जो रास्ता भटक चुके हो ओर आपके लिए अपने विद्या से समाज विरोधी कार्य करते हुए परेशानी का कारण बन रहे हो तब उनकी सारी शक्ति छीन कर उन्हें निस्तेज बनाने के लिय्रे एक मात्र यही महाविद्या हैं सदगुरुदेव एक पूरा विधान इस सन्दर्भ में दिया हुआ हैं.
- तांत्रिक, मान्त्रिक, ओझा, अघोरी आदि कुछ विशेष मुहूर्तों में सम्मोहन, मारण, मोहन, उच्चाटन, वशीकरण, आरोग्य, धन-धान्य और ऐश्वर्य आदि के लिए उल्लू की बलि देकर उसके प्रत्येक अवयव जैसे आँख, पंजा, मांस, रक्त, पंख, खाल आदि का उपयोग करते हैं ।