मिर्ज़ा गालिब वाक्य
उच्चारण: [ mireja gaaalib ]
उदाहरण वाक्य
- मिर्ज़ा गालिब ने ठीक ही कहा था-‘‘ हमको मालूम न था क्या कुछ है बेचने को घर में, ज़र से लेकर ज़मी तक सब कुछ बिकाऊ है।
- मिर्ज़ा गालिब अगर इस कमसिन बुर को देख लेता तो अपनी शायरी भूल जाता और कहता कि अगर इस धरती पर कहीं जन्नत है तो बस यहीं है...
- मिर्ज़ा गालिब ने ठीक ही कहा था-‘‘ हमको मालूम न था क्या कुछ है बेचने को घर में, ज़र से लेकर ज़मी तक सब कुछ बिकाऊ है।
- दूसरे मशहूर शायर मिर्ज़ा गालिब के खातों की मिसाल दी जाती है जिनके खत से ऐसा लगता है कि वो सामने बैठे किसी शख्श से गुफ्तगू कर रहे हों।
- दूसरे मशहूर शायर मिर्ज़ा गालिब के खातों की मिसाल दी जाती है जिनके खत से ऐसा लगता है कि वो सामने बैठे किसी शख्श से गुफ्तगू कर रहे हों।
- आजकल मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति के तहत साहित्य के लिए मिर्ज़ा गालिब और कला-संगीत के लिए प्रख्यात पार्श्वगायक मोहम्मद रफ़ी को भारत रत्न देने की मांग उठ रही है।
- पहिचाने नहीं मिर्ज़ा को....? अरे वही गुलब्बा....! नाम तो सच्चे में उसका गुलब्बे था मगर कवित्त ऐसा काढ़ता था कि साथी-संगतिया सब मिर्ज़ा गालिब कहे लगा।
- मिर्ज़ा गालिब की शायरी और मोहम्मद रफ़ी की गायकी का सम्मान हर भारतीय करता है लेकिन उन्हें सांप्रदायिक आधार पर यह अलंकरण दिया जाय, यह स्वागत योग्य नहीं होगा।
- बहरहाल आपने सिद्धू सर के नाटक के माध्यम से मिर्ज़ा गालिब के त्रासदीपूर्ण जीवन और उनकी जीवटता को बेहतर ढंग से समझाने का एक माकूल प्रयास किया है इसके लिए बधा ई..
- इसलिये मिर्ज़ा गालिब की पांच गजलों को जब सुरैया की आवाज मिली तो सुनने वालो में से एक जवाहर लाल नेहरु ने एक महफिल में सुरैया से कहा, तुमने गालिब की रुह को जिन्दा कर दिया।