मूँदी वाक्य
उच्चारण: [ munedi ]
उदाहरण वाक्य
- सावन का महीना झमाझम बारिश मूँदी आँखों मे ढेरों ख्वाहिश खोल दूं जो आँखें तो टूटते सपनें हैं बारिश और सपनों की कैसी है ये साजिश..... बार-बार दिन ये आये.....
- उसकी आँखें मूँदी हुई है और वो गा रही है-आप ये पूछते हैं दर्द कहाँ होता है / एक जगह हो तो बता दूँ कि यहाँ होता है... ।
- मूँदी आँखों में पानी भर आया था, क्या सचमुच? तुमने ऐसी जिद्द क्यों की या र...? क्या बुरा होता यदि हम दोनों ही इस समय साथ होकर ये सुनते, महसूस करते...
- इन्टरनेट, वेब और यू-ट्यूब जैसी नवीन तकनीकियों में प्रवेश करने के बावजूद वाटिकन रेडियो ने विश्व के उन विशाल क्षेत्रों के प्रति अपनी आँखें नहीं मूँदी है जहाँ लोग नवीन तकनीकी माध्यमों से वंचित हैं तथा जो केवल एक साधारण रेडियो पर निर्भर रहते हैं।
- किन्तु तभी तुलसी बाबा क़ी कही बात याद आ जाती है कि जहा पर अपने गुरु या श्रेष्ठ क़ी आलोचना हो रही हो तों या तों सामर्थ्य हो तों उसकी जिह्वा उखाड़ लो या फिर “ कान मूँदी न त चलेहु पराई ” अर्थात कान को बन्द कर के वहा से भाग जा ओ.
- परन्तु मूँदी हुई आँखों के आगे रक्षा का खिलखिलाता हुआ चेहरा आ गया, फिर मोहन की बड़ी-बड़ी आँखें, और फिर एक के बाद एक कितनी ही आकृतियाँ सामने आने लगीं, व्यंग्यपूर्ण मुस्कराहटें, उपेक्षा-भरी भौंहें, सोफे का खाली कोना, ज़ोर-ज़ोर से बजता हुआ बाजा... । उसने अपने आपको झटका दिया... ।