मृदा प्रदूषण वाक्य
उच्चारण: [ meridaa perdusen ]
उदाहरण वाक्य
- जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, मृदा प्रदूषण जैसी समस्याओं का कारण बढ़ती जनसंख्या ही है और यह प्रदूषण मानव, पशु, पक्षी व वनस्पति के लिए खतरनाक साबित हो रही है।
- वायु प्रदूषण, ध्वनी प्रदूषण मृदा प्रदूषण, जैव प्रदूषण आदि ने मिलकर पूरे पर्यावरण को प्रदूषित कर दिया है और आज यही जीवनदायी तत्व जीवन घातक बन गए हैं।
- जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, मृदा प्रदूषण जैसी समस्याओं का कारण बढ़ती जनसंख्या ही है और यह प्रदूषण मानव, पशु, पक्षी व वनस्पति के लिए खतरनाक साबित हो रही है।
- आज कोका कोला एवं पेप्सी के खिलाफ भू-गर्भ जल दोहन से लेकर जल एवं मृदा प्रदूषण के तमाम सबूत होने के बावजूद हम इन कम्पनियों के देश के अंदर स्थित संयंत्रों को नहीं बंद करा सकते.
- मृदा प्रदूषण जल प्रदूषण का मुख्य कारण बङे-बङे कारखानों में से निकलने वाला गंदा पानी, घरों में उपयोग होने के बाद, नालों में से बहकर जाने वाला पानी नदियों में मिल जाता है, जिसके कारण नदी का पानी प्रदूषित होता है।
- मानव एवं सभी प्रकार के जीवन को ढोने वाली पारिस्थितिकी-तंत्र में हलचल मचानेवाली समस्या और प्रदूषण के व्यापक प्रभाव वाले क्षेत्र निम्नलिखित हैं-(क) विलुप्तप्राय जंतुओं का संकट (ख) जल प्रदूषण (ग) वायु प्रदूषण (घ) स्थल एवं मृदा प्रदूषण (ङ) ध्वनि प्रदूषण
- प्रदेश के अनेक भागों में विविध बहुआयामी व दूरगामी प्रभाव वाली पर्यावरणीय समस्यायें जैसे वायु प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण, मृदा प्रदूषण, भूस्खलन, नदियों और झीलों में जल की कमी भू-गर्भ जल भण्डारों का अति दोहन और वनस्पतिक आवरण में कमी इत्यादि विद्यमान है जो जन स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रही है।
- पर्यावरणीय मृदा विज्ञान यह शहर, उद्योग और कृषि संबंधी अपशिष् ट और फसल उत् पादन के लिए उर्वरक का बिना सोचे समझे उपयोग के कारण होने वाले मृदा प्रदूषण का अध् ययन करता है यह कृषि संबंधी उत् पादकता मृदा में इन अपशिष् टों का सुरक्षित रीसाइक्लिंग के लिए उपयुक् त नुसखा और प्रौद्योगिकी विकसित करता है।
- एक अध्ययन से ज्ञात हुआ है कि रोगाणुओं को मारने हेतु प्रयुक्त सल्फर, क्लोरीन एवं फॉस्फेट आधारित रसायनिकों के कम अपघटन हो सकने वाले पदार्थों में बदल जाने के बाद फसल में जो अवशेष रह जाते हैं वह मानव उपयोग करने पर कभी-कभी खतरा पैदा करते हैं एवं जल, वायु एवं मृदा प्रदूषण भी करते हैं।
- मानव एवं सभी प्रकार के जीवन को ढ़ोने वाली पारिस्थितिकी-तंत्र में हलचल मचानेवाली समस्या और प्रदूषण के व्यापक प्रभाव वाले क्षेत्र निम्नलिखित हैं-(क) विलुप्तप्राय जंतुओं का संकट (ख) जल प्रदूषण (ग) वायु प्रदूषण (घ) स्थल एवं मृदा प्रदूषण (ड•) ध्वनि प्रदूषण जलीय, स्थलीय एवं आकाशीय क्षेत्र में निवास करनेवाले जैव तथा पादप समुदाय और निर्जीव वातावरण के बीच स्थापित परस्पर संबंध को पारिस्थितिकी तंत्र कहा जाता है।