मैक्स मूलर वाक्य
उच्चारण: [ maikes muler ]
उदाहरण वाक्य
- जब मैक्स मूलर साहब भारत से मूल पांडुलिपियाँ ले गए तो उनके द्वारा किए गए जर्मन भाषा मे अनुवाद के आधार पर महर्षि कार्ल मार्क्स ने ‘ दास केपिटल ' एवं ‘ कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो ' की रचना की।
- मैक्स मूलर ' ने सबसे ज्यादा शोध किया है और वो ये कहता है की “ मैं भारत की शिक्षा व्यवस्था से इतना प्रभावित हूँ शायद ही दुनिया के किसी देश में इतनी सुंदर शिक्षा व्यवस्था होगी जो भारत में है।
- वे विद्वान, जिनकी योग पृष्ठभूमि जैसे श्री अरविंदो को वैदिक किताबों की गहरी समझ थी, मैक्स मूलर अपने समय के अच्छे विद्वान थे, उन्होंने अच्छी शुरुआत की, पर उसे समाप्त करने के लिए यह बुरी जगह होगी.
- श्रोताओँ मैँ सन्नाटा छा गया, क्योँकि मूलर जो बोले थे वो किसी को भी समझ मेँ नहीँ आया था फिर मैक्स मूलर ने उन्हेँ बताया कि-” वे संस्कृत मेँ बोले थे यह ऋग्वेद का पहला श्लोक सूक्त था जो कहता है '
- वे नहीं चाहते थे कि भारतवासियों को गुलाम बना कर, गुलामों कि सभ्यता को अपनी सभ्यता से बेहतर सिद्ध होने दें, इसलिए लार्ड मैकाले ने अपने शिष्य मैक्स मूलर से भारत के संस्कृत ग्रंथों का समय बहुत बाद का घोषित कराया.
- उसके बाद मैक्स मूलर ने स्वीकार किया था कि “ पृथ्वी पर कोई ऐसी शक्ति नहीं है जो निश्चित रूप से बता सके कि वैदिक मंत्रों की रचना 1000 ईसा पूर्व में हुई थी या कि 1500 ईसापूर्व में या 2000 या 3000 ” ।
- किंतु इस सम्बन्ध में मैं मैक्स मूलर के विचारों को रखना चाहूँगा जिसमे उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया हैं कि शुद्र और राजन्य जैसे शब्दों का प्रयोग इस श्लोक के अतिरिक्त ऋग्वेद में कहीं नहीं मिलता हैं (चिप्स फ्रॉम अ जर्मन वर्कशॉप ई, ३१२)।
- मैक्स मूलर, जर्मन स्कॉलर ने कहा था-'' अगर मुझसे पूछा जाये कि किस जगह मानव मस्तिष्क अपने चरम रूप में विकसित होता है, कहाँ समस्याओं का समाधान चुटकी बजाते निकल जाता है तो मैं कहूँगा, '' भारत वो जगह है. ''
- हमारे आज के विद्वान इस आधुनिक शिक्षा का गुण गाँन करते नहीं थकते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि जर्मनी के मैक्स मूलर साहब हमारे देश मे आकर 30 वर्ष रह कर पहले ‘ संस्कृत ' सीख कर फिर मूल पांडु लिपियों को लेकर चले गए।
- कम्यूनिज़्म मूलतः भारतीय अवधारणा है जो मैक्स मूलर साहब द्वारा ले जाई गई मूल पांडु लिपियों के साथ जर्मनी पहुंची और उनके द्वारा जर्मन भाषा मे किए गए अनुवादों के आधार पर कार्ल मार्क्स द्वारा-दास केपिटल एवं कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो के द्वारा प्रचारित व प्रसारित की गई।