ये कहाँ आ गए हम वाक्य
उच्चारण: [ y khaan aa ga hem ]
उदाहरण वाक्य
- ये कहाँ आ गए हम! एक साथ इतना कभी नही हँसी थी..रोकना चाह रही,थी..कि अकेले अकेले क्या हँसना..पर अंतमे आप जीत ही गए..!
- ये कहाँ आ गए हम यूँ हि साथ साथ चलते? जसवंत सिह को कुछ ऐसा ही लग रहा होगा.गुजरात में उनकी किताबपर बैन लगाया गया है ।
- तीसरा गीत सुनवाया सिलसिला फिल्म से जो वाकई उनके लिए ख़ास हैं-ये कहाँ आ गए हम इसमे अमिताभ बच्चन की आवाज में काव्य पंक्तियाँ हैं, अमिताभ की आवाज निकालना सुदेश जी की खासियत हैं।
- अपने ही गिराते है नशेमन पर बिजलियाँ! ये कहाँ आ गए हम यूँ हि साथ साथ चलते? जसवंत सिह को कुछ ऐसा ही लग रहा होगा.गुजरात में उनकी किताब पर बैन लगाया गया है ।
- क्रमश: ये कहाँ आ गए हम? ४ उस रात मैंने निम्मीको अपनेही घर रोक लिया....उसके माँ-बाबुजीको क़तई ऐतराज़ नही था...वो तो किसी तरहसे निम्मीको हँसमुख देखना चाहते थे....उसके बच्चे अपने दादा-दादीके पास लौट गए...दोनों लड़कियाँ बेहद जिम्मेदार और स्नेहमयी थीं....
- इनमें से एक गीत है “ देखा एक ख़्वाब तो ये सिलसिले हुए ”, दूसरा गीत था “ नीला आसमान सो गया ” और तीसरा गाना था “ ये कहाँ आ गए हम युं ही साथ साथ चलते ” ।
- अमिताभ द्वारा गाये गए यादगार गीत हैं, ' नीला आसमान सो गया ', ये कहाँ आ गए हम, रंग बरसे भींगे चुनरवाली, होरी खेले रघुबीरा, मैं यहाँ तू वहां और कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है।
- ये कहाँ आ गए हम ये कैसी ज़मीन है जहाँ घर है सैकड़ो पर गाँव एक भी नहीं है जाए उस पार कैसे पोखर तट है नाव नहीं है दिल ने समझाया जाना कहीं था आ गए कहीं है आज हम है कहाँ और ज़माना कहीं है ।
- रमेश जी, आपने लेख में से जिस सारगर्भित पंक्ति को निकालकर प्रतिक्रिया दी है मुझे लगा आपके दिल में भी कहीं न कहीं वो टीस है जो गिरती नैतिकता को देख कर मुझे भी चुभती है | ये कहाँ आ गए हम! हम ऐसे तो ना थे!
- ये कहाँ आ गए हम? ” क्या हमारी सामाजिक संरहना के तंतु इतने शिथिल हो चुके हैं की हम परस्पर किसी संवेदनशील विषय पर चर्चा भी नहीं करते बस देखते रहते हैं और कुछ समय बाद ये कह कर स्वीकार कर लेते है की “ अरे भाई अब तो ऐसा ही होता है ”