रानी केतकी की कहानी वाक्य
उच्चारण: [ raani keteki ki khaani ]
उदाहरण वाक्य
- कहानी लेखन की दूसरी धारा संस्कृत कथाकृतियों, लोक कथाओं और इन्हीं से विकसित ‘ प्रेमसागर ', ‘ रानी केतकी की कहानी ', ‘ नचिकेतोपाख्यान ', ‘ वीरसिंह वृतांत ', ‘ राजा भोज का सपना ', ‘ स्वर्ग में विचार सभा ' के आधार पर आगे बढ़ी।
- हिन्दी साहित्य की सर्वश्रेष्ठ कहानी माने जाने वाली कहानी चंद्रधर शर्मा गुलेरी की “ उसने कहा था ” से लेकर सहादत हसन मंटो की कहानी “ टोबाटेक सिंह ” तक और जयशंकर प्रसाद की “ आकाशदीप ” से लेकर इंशा अल्ला खां द्वारा रचित “ रानी केतकी की कहानी ” भी इस संग्रह में है।
- खड़ी बोली गद्य के आरम्भिक रचनाकारों में फ़ोर्ट विलियम कॉलेज के बाहर दो रचनाकारों-सदासुख लाल ' नियाज ' (सुखसागर) व इंशा अल्ला ख़ाँ (रानी केतकी की कहानी) तथा फ़ोर्ट विलियम कॉलेज, कलकत्ता के दो भाषा मुंशियों-लल्लू लालजी (प्रेम सागर) व सदल मिश्र (नासिकेतोपाख्यान) के नाम उल्लेखनीय हैं।
- (४) तुलसी सुधाकर (तुलसी सतसई पर कुंडलियाँ, (५) महाराजा माणधीश श्री रुद्रसिंहकृत रामायण का संपादन, (६) जायसी की 'पद्मावत' की टीका (ग्रियर्सन के साथ), (७) माधन पंचक, (८) राधाकृष्ण रासलीला, (९) तुलसीदास की विनय पत्रिका संस्कृतानुवाद, (१०) तुलसीकृत रामायण बालकांड संस्कृतानुवाद, (११) रानी केतकी की कहानी (संपादन), (१२) रामचरितमानस पत्रिका संपादन, (१३) रामकहानी, (१४) भारतेंदु बाबू हरिश्चंद्र की जन्मपत्री, आदि।
- इसके अलावा मलिक मुहम्मद जायसी का फारसी में अनुवादित ' पदमावत ', औरंगज़ेब के ज़माने में अनुवादित रामायण, तुर्की ज़ुबान में बाबर का ' दीवाने बाबर ', उर्दू में इंशा अल्ला खां की रानी केतकी की कहानी, दुनिया भर की बेहतरीन पेंटिग्स, ईरान का इनसाइक्लोपीडिया, सिराज दमिश्की का ' उस्तूर-लाब ', जैसा महत्वपूर्ण उपकरण है।
- यह अंग्रेजी ढंग की हिन्दी में छपी पहली कहानी थी हालांकि इसके सौ साल पूर्व इंशा अल्लाह खां ने रानी केतकी की कहानी उर्फ उदयभान चरित्र नाम से एक कहानी हिन्दी में लिखी थी, इंशा अल्लाह खां स्वयं फोर्ट विलियम कालेज से जुडे़ हुये थे और इस कालेज के हिन्दी और उर्दू विभाग के अध्यापक जान गिलक्राइस्ट की प्रेरणा से उन्होंने यह कहानी लिखी थी.
- किस्सा कोताह कीर्तन कोई नहीं खुदा ही मिला ना खुली आँखों का दुःख खारिज और बेदखल जली रस्सी् जीने का गणित जोंक टापू पर अकेले ठहरा हुआ कुछ त्रिकोण दंश दस्तक दर दस्तक दूसरे चेहरे दिशाहारा पैबंद बीतने का एहसास भविष्यवादी मोहभंग यथावत यादों के चिराग वापसी स्पर्श संबंध के पीछे सिलसिला सैयद इंशा अल्ला खां रानी केतकी की कहानी सैयद वलीउल्लाह तुलसी का बिरवा सोमदेव बेताल पच्चीसी स्वदेश
- संभवतः कहकर उन्होंने अपनी बात समाप्त कर दी लेकिन यदि इसकी पड़ताल करने की चेष्टा ही गई होती तो यह विभ्रम समाप्त हो गया होता कि प्रथम हिंदी विज्ञान गल्प कौन-सा है? यद्यपि हिंदी में यह विमर्श आज भी जारी है कि हिंदी की पहली आधुनिक कहानी कौन सी है.... ‘ इंदुमती '? इंशा अल्ला खां की 1803 में प्रकाशित ‘ रानी केतकी की कहानी? या फिर 1870 में प्रकाशित मेरठ में पं. गौरी दत्त प्रणीत ‘ देवरानी जेठानी की कहानी ' जो वस्तुतः एक लघु सामाजिक उपन्यास है।