राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद वाक्य
उच्चारण: [ raasetriy vijenyaan even peraudeyogaiki senchaar perised ]
उदाहरण वाक्य
- राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद तथा विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से पूरे देश में अंधविश्वासों के खिलाफ जन-जन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश के दस जनपदों का चयन किया गया हैं।
- देश में हाई एलर्ट की स्थिति थी, तब राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, के वैज्ञानिक दल ने जिसमें डॉ मनोज पटैरिया भी शामिल थे, इस चमत्कार के सच को जनता के सामने रखा था।
- तेवरआनलाईन, हाजीपुर विद्यार्थियों और युवाओं के बीच विज्ञान के प्रति उत्सुकता बढ़ाने और उनकी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विक्रम-ए. साराभाई सामुदायिक विज्ञान केंद्र, मैक्स प्लेंक … विस्तार से पढ़ें →
- यह आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, नई दिल्ली, (रा 0 पि 0 प्रौ 0 सं 0 प 0) भारतीय विज्ञान कथा लेखक समिति, फैजाबाद, उ 0 प्र 0 तथा भारतीय विज्ञान कथा अध्ययन समिति, वेल्लोर के संयुक्त प्रयासों से आहूत हुआ।
- यही नहीं वरन, विज्ञान के लोकप्रियकरण के लिये राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान प्रसार, विपनेट क्लब, राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद और ्क का देश के समस्त राज्यों में राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और इनसे जुड़े जिला विज्ञान क्लब और राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान प्रयास रत हैं।
- राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, नई दिल्ली (भारत सरकार) और तस्लीम, लखनऊ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित, 'ब्लॉग लेखन के द्वारा विज्ञान संचार' विषय ५ दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन के पहले सत्र में डा.अरविन्द मिश्र जी के अनुरोध पर मैंने ब्लॉग शब्द की व्याख्या प्रस्तुत की थी, किन्तु समयाभाव के कारण पूरी तरह प्रस्तुत नहीं कर पाया था ।
- इनमें एक संगोष्ठी अपनी विशेष उपलब्धि के कारण चर्चित रही है, वह है नवंबर ० ९ में वाराणसी में आयोजित ' विज्ञान कथा पर राष्ट्रीय विमर्श ', इसका आयोजन किया था ' राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद ' की तरफ़ से उसके निदेशक डा. मनोज पटैरिया ने, और सफ़ल संयोजन किया था डा. अविन्द मिश्र ने।
- राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एन. सी. एस. टी. सी.), “ विज्ञान तकनीक एण्ड डेवलेपमेन्ट इनीशियेटिव (स्टाड) तथा भारतीय विज्ञान लेखक संघ (इस्वा) द्वारा उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में 20-23 फरवरी को ” रचनात्मक विधाओं द्वारा विज्ञान संचार ” विषयक चार दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्टी का आयोजन किया गया।
- पुरस्कार / सम्मानः उत्कृष्ट विज्ञान लेखन के लिए प्रतिष्ठित ‘आत्माराम पुरस्कार' (2005), विज्ञान लोकप्रियकरण के लिए राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार) का राष्ट्रीय पुरस्कार (2000), भारतेंदु हरिश्चंद्र राष्ट्रीय बाल साहित्य पुरस्कार (1994-99 तथा 2002), उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान पुरस्कार (1978-79) तथा विज्ञान परिषद प्रयाग द्वारा स्तरीय विज्ञान लेखन के लिए सम्मानित (1986) तथा ‘विज्ञान' का ‘देवेंद्र मेवाड़ी सम्मान अंक' प्रकाशिअत (2006)।
- पुरस्कार / सम्मानः उत्कृष्ट विज्ञान लेखन के लिए प्रतिष्ठित ‘आत्माराम पुरस्कार' (2005), विज्ञान लोकप्रियकरण के लिए राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार) का राष्ट्रीय पुरस्कार (2000), भारतेंदु हरिश्चंद्र राष्ट्रीय बाल साहित्य पुरस्कार (1994-99 तथा 2002), मेदिनी पुरस्कार, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार (2009), उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान पुरस्कार (1978-79) तथा विज्ञान परिषद प्रयाग द्वारा स्तरीय विज्ञान लेखन के लिए सम्मानित (1986) तथा ‘विज्ञान' का ‘देवेंद्र मेवाड़ी सम्मान अंक' प्रकाशित (2006)।