लक्ष्मणानन्द सरस्वती वाक्य
उच्चारण: [ leksemnaanend sersevti ]
उदाहरण वाक्य
- तुमुदिबंध क्षेत्र के जलस्पेटा आश्रम में गत 23 अगस्त को विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नेता स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती और उनके चार शिष्यों की हत्या के बाद भड़की साम्प्रदायिक हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है।
- जब लक्ष्मणानन्द सरस्वती जी उस गाँव में पहुँचे तो उनकी कार पर भी हिंसक ईसाईयों द्वारा हमला किया गया जिसमें उनके दो सहायक गम्भीर रूप से घायल हुए थे (यानी कि यह घटना लगभग आठ माह पुरानी है) ।
- घेरकर-हाँककर ” कर लाना फ़िर उनसे बिनायक सेन के समर्थन में रैली आयोजित करवाना तथा उड़ीसा में बड़ी सफ़ाई से स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती की हत्या करवाना जैसे बड़े काम, किसी “ ऐरे-गैरे ” के बस की बात नहीं है भईया … ======
- श्री आडवाणी ने इस वर्ष अगस्त में कंधमाल जिले में स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती की घृणित हत्या के बाद उड़ीसा और देश के अन्य स्थानों पर चर्चों तथा निर्दोष ईसाइयों पर हुई हिंसा और बर्बरताओं की घटनाओं की फिर से कड़े शब्दों में निन्दा की।
- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मानस पुत्र स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती उड़ीसा के जनजातियों के बीच में चकाबाद नामक स्थान पर आश्रम बनाकर निवास करते और गुरूकुल संस्कृत विद्यालय चलाते तथा मुख्य रूप से धर्मान्तरण का आरोप लगाकर इसाइयों में दहशत पैदा करने का काम करते थे।
- स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती के निकट सहयोगी और उस हत्याकाण्ड की जाँच के लिये सतत विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने वाले श्री रामचरण दास (उर्फ़ मौनी बाबा-उम्र 60 वर्ष) की कुछ हत्यारों ने पुरी में तलवारों से हत्या कर दी है … ।
- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मानस पुत्र स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती उड़ीसा के जनजातियों के बीच में चकाबाद नामक स्थान पर आश्रम बनाकर निवास करते और गुरूकुल संस्कृत विद्यालय चलाते तथा मुख्य रूप से धर्मान्तरण का आरोप लगाकर इसाइयों में दहशत पैदा करने का काम करते थे।
- धर्मांतरण की निंद ा: पार्टी नेताओं ने कहा कंधमाल एवं उड़ीसा के अन्य बगल के जिलों में स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती की जघन्य हत्या के बाद, प्रायोजित एवं प्रलोभनकारी धर्मान्तरण करने वाले तत्वों ने इसे हिन्दू ईसाई संघर्ष के रूप में गलत तरीके से पेश करने की कोशिश की।
- शबनम हाशमी, शाहिद सिद्दीकी (धर्मान्तरण के विरुद्ध जंगलों में काम कर रहे वयोवृद्ध स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती की हत्या होने पर भी ये साहब लोग कारवाँ लेकर उड़ीसा नहीं गये) … कश्मीर तो खैर इनमें से कोई भी जाने वाला नहीं है … लेकिन ये सभी फ़िलीस्तीन जरुर जायेंगे।
- माओवादियों का एक नेता मीडिया कर्मियों को बुला कर घोषित करता है-‘ लक्ष्मणानन्द सरस्वती की हत्या हमारे समूह ने की है ', फिर भी पीटरों उर्फ़ रमेशों उर्फ़ 220.226.30.26 को चूंकि धार्मिक विद्वेष की ही तालीम मिली है इसलिए इस राजनैतिक चुनौती को वे स्वीकार नहीं कर पाते ।