लगध वाक्य
उच्चारण: [ legadh ]
उदाहरण वाक्य
- 1) गीतिकपाद: (१ ३ छंद) समय की बड़ी इकाइयाँ-कल्प, मन्वन्तर, युग, जो प्रारंभिक ग्रंथों से अलग एक ब्रह्माण्ड विज्ञान प्रस्तुत करते हैं जैसे कि लगध का वेदांग ज्योतिष, (पहली सदीइसवी पूर्वइनमे जीवाओं (साइन) की तालिका ज्या भी शामिल है जो एक एकल छंद में प्रस्तुत है।
- कालान्तर में भारतीय ज्योतिष की प्राचीनतम प्रामाणिक पुस्तक “वेदांग ज्योतिष” जो महात्मा लगध द्वारा ६०० ईशा पूर्व रची हुई है में ज्योतिष का प्रमुख विषय ही काल गणना है इसी के एक श्लोक में यह भी बताया गया है-वेदांग शास्त्रानाम ज्योतिषम (गणितं)मूर्धनि स्थितम (वेदांग में गणित ज्योतिष का स्थान सबसे ऊंचा है...) (संदर्भ ;गुणाकर मुले,कादम्बिनी, नवम्बर २००४,पृष्ठ, ७८-83)
- किसी सामान्य से वैदिक साहित्य के अध्येता को यह श्लोक काफी बाद का लगेगा...हो सकता है मूल उदगार कुछ रहा हो लगध ने ही श्लोक को वर्तमान रूप दिया हो और सुधाकर द्विवेदी जी ने फिर से इसका उद्धरण दिया हो-मगर एक बार हमें यजुर्वेद के इंगित श्लोक को भी देख लेना चाहिए....यजुर्वेद का श्लोक ३ और ४ (खासकर ४ ही) क्या है जो वेदांग ज्योतिष में आया है.