लतीफ़ों वाक्य
उच्चारण: [ letifeon ]
उदाहरण वाक्य
- यह पुस्तक अशोक जी की अन्य पुस्तकों की तुलना में अपना भिन्न चरित्र रखती है क्योंकि यहां उनके मौलिक व्यंग्य-कथ्य के साथ-साथ लतीफ़ों का इस्तेमाल भी किया गया है।
- मुहब्बत अगर पड़ेगी बीमार तो उसे लतीफ़ों से हंसाकर करूंगा ठीक मुहब्बत अगर पड़ेगी बीमार तो गीत से करूंगा उसे ठीक यह जतलाये बगैर कि उसे गा रहा है कौन *
- मैटर करनेवाले सभी नामी-गिरामियों के साथ उसने पहले ही चाय पी रखी होती है, उनके लतीफ़ों पर हंस चुका व उनके स्वास्थ्य के अंतरंग रहस्य अपनी जेब में लिए टहलता होता है.
- इन पांचों लतीफ़ों के नाम यह हैं-1. लतीफ़ा ए क़ल्ब 2. लतीफ़ा ए रूह 3. लतीफ़ा ए सिर्र 4. लतीफ़ा ए ख़फ़ी 5. लतीफ़ा ए इख़्फ़ा
- एक लोकप्रिय सवाल था “जीवन का अर्थ क्या है? ”[8] अन्य प्रश्न लतीफ़ों के अनुरोध या चक नॉरिस “तथ्य” थे. एक लोकप्रिय ग़ैर परंपरागत अभ्यास था $2-5 तक इनाम की पेशकश के साथ बकवास सवाल पूछना.
- खैर विषय से न भटकते हुये, एक के बाद एक कैडेट आते जा रहे थे और गीत, डांस, लतीफ़ों के कुछ अचंभित करते प्रदर्शन हमारी आखों के समक्ष प्रस्तुत करते जा रहे थे...
- इन पांचों लतीफ़ों के नाम यह हैं-1. लतीफ़ा ए क़ल्ब 2. लतीफ़ा ए रूह 3. लतीफ़ा ए सिर्र 4. लतीफ़ा ए ख़फ़ी 5. लतीफ़ा ए इख़्फ़ा इसके बाद छठे लतीफ़े से ‘अल्लाह अल्लाह‘ का ज़िक्र किया जाता है।
- इन पांचों लतीफ़ों के नाम यह हैं-1. लतीफ़ा ए क़ल्ब 2. लतीफ़ा ए रूह 3. लतीफ़ा ए सिर्र 4. लतीफ़ा ए ख़फ़ी 5. लतीफ़ा ए इख़्फ़ा इसके बाद छठे लतीफ़े से ‘अल्लाह अल्लाह‘ का ज़िक्र किया जाता है।
- मुराक़बे में ज़िक्र नहीं किया जाता बल्कि अलग अलग मुराक़बे में अलग अलग लतीफ़ों के ज़रिये अल्लाह से ख़ास रूहानी फ़ैज़ान हासिल किया जाता है जो कि उसे पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद साहब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और सिलसिले के पीरों के वास्ते से हासिल होता है।
- मुराक़बे में ज़िक्र नहीं किया जाता बल्कि अलग अलग मुराक़बे में अलग अलग लतीफ़ों के ज़रिये अल्लाह से ख़ास रूहानी फ़ैज़ान हासिल किया जाता है जो कि उसे पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद साहब सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और सिलसिले के पीरों के वास्ते से हासिल होता है।