लाइफबॉय वाक्य
उच्चारण: [ laaifeboy ]
उदाहरण वाक्य
- सर्फ की ‘ दो बकेट पानी रोज़ाना है बचाना ' विज्ञापन और लाइफबॉय का विज्ञापन जिस में बच्चे आस-पड़ोस की सफाई करते हैं, साबुन और डिर्टजेंट के परम्परागत विज्ञापनों से हट कर है।
- लाइफबॉय की जगह लाइफबॉडी, फेयर एंड लवली की जगह फेयर एंड लोनली और डेयरी मिल्क की जगह डेली मिल्क जैसे बहुत से उत्पाद आपको गाँवों के किराना स्टोर पर आसानी से देखने को मिल जायेंगे।
- पिछले साल हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के डिटर्जेंट ब्रैंड व्हील की सेल्स 3,000 करोड़, घड़ी डिटर्जेंट की 2,800 करोड़ रुपए, एचयूएल के लक्स और लाइफबॉय जैसे सोप ब्रैंड्स की 1,800-2,000 करोड़ और सर्फ की 2,000 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है।
- ये कब बना? और कब इन्होने लाइफबॉय को प्रमाण-पत्र दे दिया थे? लेकिन रोज इनका विज्ञापन था ये और हम सब ख़ामोशी के साथ बैठे हुए इसको देख रहे हैं कि कैसे देश के साथ भयंकर गद्दारी और बेईमानी का काम चल रहा है |
- और यह साबुन सबसे घटिया दर्जे का साबुन होता हैIइसमें फिनायल की कुछ मात्रा होती है जो सामन्यतया फर्श या जानवरों के शारीर में लगे कीड़े मारने के लिए प्रयुक्त किया जाता हैIयूरोपीय देशों में इसे एनिमल सोप या जानवरों के नहाने का साबुन भी कहते हैंI भारत में इस श्रेणी का साबुन लाइफबॉय हैI
- और यह साबुन सबसे घटिया दर्जे का साबुन होता हैIइसमें फिनायल की कुछ मात्रा होती है जो सामन्यतया फर्श या जानवरों के शारीर में लगे कीड़े मारने के लिए प्रयुक्त किया जाता हैIयूरोपीय देशों में इसे एनिमल सोप या जानवरों के नहाने का साबुन भी कहते हैंI भारत में इस श्रेणी का साबुन लाइफबॉय हैI
- जैन दंपति ने विज्ञापन में अभिभावकों को आगाह किया कि वे बच्चों को स्वीमिंग पूल में जाने से पूर्व स्पोटर्स अथॉरिटी आफ इंडिया से प्रशिक्षित तैराकी कोच, प्रशिक्षित मेडिकल अटैण्डेंट एवं प्राथमिक चिकित्सा सुविधा, सुरक्षा व्यवस्थाएं जैसे लाइफबॉय, लाइफ जैकेट, श्वसन उपकरण, आक्सीजन सिलेंडर, जीवन रक्षक निर्देश चार्ट तथा उपयुक्त संचार एवं प्रकाश व्यवस्था जैसी तथ्यों की पुष्टि आवश्यक रुप से कर लें।
- और लाइफबॉय के प्रचार पर ध्यान दीजियेगा, उनका कहना है कि “ ये मैल में छिपे कीटाणुओं को धो डालता है ” ध्यान दीजियेगा, मैल को धोता है, कीटाणुओं को नहीं धोता और कीटाणुओं को धोता है, मारता नहीं | सबसे घटिया साबुन भारत के बाजार में बिक रहा है और हम इस्तेमाल कर रहे हैं | इसके घटिया होने का प्रमाण क्या है?
- पहले विज्ञापनों की एक पहचान होती थी पंच लाइन जैसे खेतान बस नाम ही काफी है, लाइफबॉय हैं जहां तंदुरूस्ती है वहां, ओके नहाने का बड़ा साबुन, जो बीवी से करें प्यार वो प्रेस्टीज से कैसे करें इंकार जैसे कुछ जिंगल लोगों की जुबान पर चढ़ते थे तो अच्छे लगते थे वह जिंगल आज गायब से हो गए हैं और जो हैं वह द्विअर्थी लगते हैं जैसे ये तो बड़ा टोयंग है, न सोने दे रात भर आदि.
- यह दरअसल रेजीडेंट सर्जन का कमरा था, जो अक्सर बन्द रहता था और जब कोई वी. आई. पी. मरीज बी-वार्ड में आता था, तो बडे डॉक्टर के कहने से वार्ड की स्थायी स्टॉफ-नर्स बडी नाजो-अदा से हिलती-डुलती हुई, पूरे वार्ड का दायरा घूमकर इस एकान्त कमरे के पास रुकती थीं और दरवाज़ा खोलकर, चाबी मरीज़ या मरीज़ बेहोश रहा तो मरीज़ के रिश्तेदारों के हाथ में थमाकर सीधे लाइफबॉय से धुली हुई मुस्कुराहटों से अपने होंठों को लपेटकर कहती थीं, आप बहुत मैं मिनिस्टर का आदमी नहीं हूँ।