वक्री ग्रह वाक्य
उच्चारण: [ vekri garh ]
उदाहरण वाक्य
- वक्री ग्रह सदा अनिष्टकारी नहीं होते, वह कभी-कभी बहुत शुभ भी होते हैं।
- इनका मानना है कि कुंडली में स्थित वक्री ग्रह नपुंसक अथवा बलहीन हो जाता है।
- यदि वक्री ग्रह यात्रा लग्न से केंद्र में हो तो भी यात्रा अशुभ रहती है।
- यानि वक्री ग्रह की दशा में जो भी परिणाम आएंगे वे उल् टे ही आएंगे।
- कुंडली के किसी भी भाव में स्थित वक्री ग्रह को अशुभ नहीं माना गया है।
- ज्योतिष विद्वान श्री सत्याचार्य ने भी उच्च स्वराशिस्थ या वक्री ग्रह को ही श्रेष्ठ माना है।
- इससे वक्री ग्रह का प्रभाव सामान् य के बजाय उच् च की भांति हो जाता है।
- अब दूसरा और महत् वपूर्ण प् वाइंट है कि वक्री ग्रह का परिणाम क् या होगा।
- खास स्थान में वक्री ग्रह जातक को उच्च शिखर पर पहुंचाने में अत्यंत सहायक होते हैं।
- जब वक्री ग्रह शुभ भाव का स्वामी होकर अशुभ ग्रह हो तो कार्य की पुनरावृत्ति देती है।