विपिन चन्द्र पाल वाक्य
उच्चारण: [ vipin chender paal ]
उदाहरण वाक्य
- इस आंदोलन के सबसे प्रमुख नेता थे-लाला लाजपत राय जो उत्तर भारत में थे, विपिन चन्द्र पाल जो बंगाल और पूर्व भारत का नेतृत्त्व करते थे और लोकमान्य बाल गांगाधर तिलक जो पश्चिम और मध्य भारत के बड़े नेता थे।
- इतिहासकार वी. सी. साहू के अनुसार विपिन चन्द्र कांग्रेस के क्रान्तिकारी देशभक्तों लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और विपिन चन्द्र पाल (लाल बाल पाल) की तिकड़ी का हिस्सा थे, जिन्होंने 1905 में बंगाल विभाजन के विरोध में ज़बर्दस्त आंदोलन चलाया था।
- बंगाल में राष्ट्रवाद के अग्रणी नेता विपिन चन्द्र पाल ने भी इस तथ्य को स्वीकार किया था कि हिन्दू नियमों के तहत कोई ग़ैर ब्राह्मण वेदों को पढ़ना और व्याख्यायित करना तो छोड़िये उसके पवित्र शब्दों का उच्चारण भी नही कर सकता था।
- समाज सुधारक राजा राममोहन राय (22 मई) · प्रसिद्ध साहित्यकार सुमित्रानंदन पंत (20 मई) · स्वतंत्रता सेनानी विपिन चन्द्र पाल (20 मई) · पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा (18 मई) · प्रसिद्ध हास्य अभिनेता जॉनी वॉकर (15 मई) · अमर क्रान्तिकारी सुखदेव (15 मई)
- स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में विपिन चन्द्र पाल (7 नवंबर, 1858-20 मई, 1932) का नाम भारत में 'क्रान्तिकारी विचारों के जनक' के रूप में आता है, जो अंग्रेज़ों की चूलें हिला देने वाली 'लाल ' 'बाल ' 'पाल' तिकड़ी का एक हिस्सा थे।
- गांधीजी के होहल्ला करने और कफनी लपेटने से भारत को स्वायत्तता एवं स्वतन्त्रता क़ी कल्पना एक दिवा स्वप्न ही होती यदि गोखले, तिलक, आज़ाद, सुभाषचन्द्र बोष, लाला लाजपत राय, खुदीराम बोष, विपिन चन्द्र पाल आदि ने सक्रिय एवं सतही क़दम न उठाया होता.
- तुमने कहा कि गांधी के पहले कांग्रेस ने कोई कार्य नही किया, यह सिद्ध करता है कि तुम आजादी की लडाई के बारे मे भी कुछ नही जानते हो अन्यथा तिलक, लाला लाजपत राय, गोपाल कृष्ण गोखले, विपिन चन्द्र पाल इत्यादि का नाम भी जानते होते, अतः इस विषय मे तुम्हे कुछ बताना पूर्णतः व्यर्थ है।
- (२) सन् १ ८ ५ ८-बिपिन चन्द्र पाल, स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में विपिन चन्द्र पाल का नाम भारत में ' क्रान्तिकारी विचारों के जनक ' के रूप में आता है, जो अंग्रेज़ों की चूलें हिला देने वाली ' लाल ' ' बाल ' ' पाल ' तिकड़ी का एक हिस्सा थे।
- सरकार को यह भली भाँती जान लेना चाहिए कि यदि गाँधी सत्याग्रह कर सकते है तो सुभाष चन्द्र बोष, चन्द्र शेखर आज़ाद, खुदी राम बोष, लाला लाजपत राय, भगत सिंह, बाल गंगाधर तिलक, विपिन चन्द्र पाल, बाल कृष्ण गोखले, मंगल पाण्डेय सरीखे लोग भी भारत के सपूत के रूप में मौजूद है.
- आतंकवाद के पुनरुद्धार--गोयल ब्रदर्स प्रकाशन द्वारा प्रकाशित और डी. एन. कुंद्रा द्वारा लिखित पुस्तक में एक अध्याय है जिसमें बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, विपिन चन्द्र पाल को “ आतंकवादियों और चरमपंथियों ” के रूप में दर्शाया गया है, जब कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को “ आतंकवादियों ” के रूप में.