शब्दब्रह्म वाक्य
उच्चारण: [ shebdebrhem ]
उदाहरण वाक्य
- ' विहग के प्रति ' नाम की कविता में कवि ने अव्यक्त प्रकृति के बीच चैतन्य के सान्निधय से, शब्दब्रह्म के संचार या स्पंदन (बाईब्रेशन) से, सृष्टि के अनेक रूपात्मक विकास का बड़ा ही सजीव चित्रण किया है, मुक्त पंखों में उड़ दिन रात सहज स्पंदित कर जग के प्राण।
- मानिनी विदुषी अर्चना वर्मा ने पवन करण की शहद के छत्तों और दशहरी आमों वाली कविता में संस्कृत के व्याकरण दर्शन के आचार्य भर्त्ृहरि के शब्दब्रह्म स्फोट का संधान किया है (अगस्त पृष्ठ 9) और अभिमानिनी विदुषी अनामिका ने अपनी उन्नत पहाडों की गहरी गुफाओं वाली कविता को '' कालिदास की पंक्तियों से अन्तर्पाठीय संवाद करती ''