शलभासन वाक्य
उच्चारण: [ shelbhaasen ]
उदाहरण वाक्य
- 17. बांझपन को दूर करने के आसन निम्न हैं-सर्वांगासन, मत्स्यासन, अर्ध मतेन्द्रासन, पश्चिमोत्तानासन, शलभासन आदि।
- शलभासन: पेट के बल लेटकर हाथों को बगल में जमीन पर रखकर पीछे से दोनों पैर बिना मोड़े ऊपर उठाएँ।
- ये आसन इस प्रकार हैं-भुजंगासन, शलभासन, वज्रासन, पश्चिमोत्तानासन, पवनमुक्तासन, उडि्डयान बंध, मूलबंध तथा सूर्य नमस्कार आदि।
- योग तो अनेक प्रकार के दर्दों में लाभकारी होता है किन्तु पीठ तथा कमर दर्द में शलभासन तथा भुजन्गासन बहुत ला भ...
- भुन्ज्गासन, शलभासन, हलासन, उत्तानपादासन, श्वसन आदि कुछ ऐसे योगासन हैं जो की कमर दर्द में काफी लाभ पहुंचाते हैं।
- धनुरासन को भुजंगासन और अर्ध शलभासन के बाद करना चाहिए और कम से कम तीन से चार घंटे बाद ही इसका अभ्यास करें
- धनुरासन को भुजंगासन और अर्ध शलभासन के बाद करना चाहिए और कम से कम तीन से चार घंटे बाद ही इसका अभ्यास करें.
- शलभ टिड्डे को कहते हैं और इस आसन में शरीर की आकृति कुछ इसी तरह की हो जाती है इसीलिए इसे शलभासन कहते है।
- इस आसन को करते समय व्यक्ति के पीछे का भाग ऊपर उठा होता है अर्थात दोनों पैर ऊपर उठे होते हैं इसलिए इसे शलभासन कहते हैं।
- -अगर आपकी कमर, हथेली और कलाई पर अत्यधिक भार महसूस हो तो पहले भुजंगासन, शलभासन और पूर्वोत्तानासन का अभ्यास एक-दो महीने तक करें।