शाकटायन वाक्य
उच्चारण: [ shaaketaayen ]
उदाहरण वाक्य
- शाकटायन द्वारा रचित व्याकरण शास्त्र ' लक्षण शास्त्र' हो सकता है, जिसमें उन्होंने भी चेतन और अचेतन निर्माण में व्याकरण लिंग निर्धारण की प्रक्रिया का वर्णन किया था।
- उनमें से शाकटायन, शाकल्य, अभिशाली, गार्ग्य, गालव, भारद्वाज, कश्यप, शौनक, स्फोटायन, चाक्रवर्मण का उल्लेख पाणिनि ने किया है।
- शाकटायन द्वारा रचित व्याकरण शास्त्र ' लक्षण शास्त्र' हो सकता है, जिसमें उन्होंने भी चेतन और अचेतन निर्माण में व्याकरण लिंग निर्धारण की प्रक्रिया का वर्णन किया था।
- कणाद, गौतम, कण्व पाणिनी शाकटायन, दक्ष और कात्यायन आदि ऋषियों ने सरस्वती कवच धारण पश्चात ब्राह्मीपान करके ही ग्रन्थों की रचना में सफल हुये ।
- शाकटायन द्वारा रचित व्याकरण शास्त्र ' लक्षण शास्त्र ' हो सकता है, जिसमें उन्होंने भी चेतन और अचेतन निर्माण में व्याकरण लिंग निर्धारण की प्रक्रिया का वर्णन किया था।
- शाकटायन व्याकरण पर की अमोघवृत्ति नामक टीका उनके नाम से संबद्ध पाई जाती है, और उन्हीं के समय में महावीराचार्य ने अपने गणितसार नामक ग्रंथ की रचना की थी।
- इसका प्रमाण भी अष्टाध्यायी में है, जैसा शाकटायन, शाकल्य, भारद्वाज, गाग्र्य, सेनक, आपिशलि, गालब और स्फोटायन आदि आचार्यों के मतों के उल्लेख से ज्ञात होता है।
- जिन शब्दों में प्रकृति प्रत्यय विभाग स्पष्ट रूप से नहीं दीखता है फिर भी शाकटायन अथवा यास्क के मतानुसार जो यौगिक सिद्ध किये गए हैं, उनकी व्युत्पत्ति को उणादयी बहुलम् [4] सूत्र से पाणिनि ने विकल्प रूप से मान्यता दी है।
- जिन शब्दों में प्रकृति प्रत्यय विभाग स्पष्ट रूप से नहीं दीखता है फिर भी शाकटायन अथवा यास्क के मतानुसार जो यौगिक सिद्ध किये गए हैं, उनकी व्युत्पत्ति को उणादयी बहुलम् [4] सूत्र से पाणिनि ने विकल्प रूप से मान्यता दी है।
- इस धर्म का उल्लेख ‘ योगवशिष्ठ ', ‘ श्रीमद् भागवत ', ‘ विष्णु पुराण ', ‘ शाकटायन व्याकरण ', पद्म पुराण ', ‘ मत्स्य पुराण ' आदि प्राचीन ग्रंथों में भी जिन, जैन और श्रमण आदि नामों से मिलता है।