षड्ज वाक्य
उच्चारण: [ sedj ]
उदाहरण वाक्य
- यहां हम आज भी उनके अंतिम राग के अंतिम षड्ज की अनुगूंज छूकर देख सकते हैं...
- प्रायः यह देखा गया है कि नौसिखिया बाँसुरी-वादक जोकिआधुनिक मन्द्र पंचम है वहीं से षड्ज मानकर बजाते हैं.
- प्रातिशाख्य और शिखा काल में स्वरों के नाम षड्ज, ऋषभ, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत और निषाद हो गए।
- प्रातिशाख्य और शिखा काल में स्वरों के नाम षड्ज, ऋषभ, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत और निषाद हो गए।
- षड्ज के विराम को मैं निर्वाण से कम कुछ नहीं मान सकता. अंत के बाद फिर-फि र...
- संगीतशास्त्र में सात स्वर माने गये हैं-षड्ज, ऋषभ, गान्धार, मध्यम, पञ्चम, धैवत और निषाद।
- विपंची वीणाविपंची में नौ तार होते थे जिन पर क्रमशः षड्ज, रिषभ, गान्धार, माध्यम, पंचम, धैवत एवं निषाद की स्थापना की जाती थी.
- षड्ज, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत व निषाद स्वर-नामों के पहले अक्षर लेकर इन्हें सा, रे ग, म, प, ध और नि कहा गया।
- और निषादमें मुझे विषाद सुनाई देता है...इस लिए वो नाम कुछ कम पसंद है पर षड्ज आज भी दिल के करीब.....
- मध्यम ग्राम में मध्यम ग्राम में मध्यम चतु: श्रुति, पंचम त्रिश्रुति, धैवत चतुश्रुति, निषाद द्विश्रुति, षड्ज चतु:श्रुति, ऋषभ त्रिश्रुति, एवं गांधार द्विश्रुति होता है।