संस्कृत वाङ्मय वाक्य
उच्चारण: [ sensekrit vaanegmey ]
उदाहरण वाक्य
- यह ग्रन्थ उत्तर-प्रदेश संस्कृत सस्थान, लखनऊ से संस्कृत वाङ्मय का बृहद् इतिहास, अष्टादश खण्ड के अन्तर्गत प्रकाश्यमान है।
- वेद, वेदांग, उपवेद आदि के अतिरिक्त संस्कृत वाङ्मय में दर्शनशास्त्र का वाङ्मय भी अत्यंत विशाल है।
- संस्कृत वाङ्मय का विराट् वैभव आत्मसात् कर विश्व को ज्योतिष्मान् और द्योतित करने का संकल्प शैशवावस्था में आ गया है।
- की प्राचीन सभ्यता के भारतीय लक्षणों को देखते हुए उसकी पहचान संस्कृत वाङ्मय में वर्णित ' पाताल' से हो जाती है।
- जहाँ तक संस्कृत वाङ्मय की बात है, उसके मूल पुरुषों के रूप में भारतीय वैदिक ऋषि-मुनियों का उल्लेख किया जा सकता है।
- जहाँ तक संस्कृत वाङ्मय की बात है, उसके मूल पुरुषों के रूप में भारतीय वैदिक ऋषि-मुनियों का उल्लेख किया जा सकता है।
- की प्राचीन सभ्यता के भारतीय लक्षणों को देखते हुए उसकी पहचान संस्कृत वाङ्मय में वर्णित ' पाताल ' से हो जाती है।
- पिण्ड से पेड़ के उपजने की बात तार्किक भी है क्योंकि संस्कृत वाङ्मय के अनेक संदर्भों में पिण्ड का आशय वृक्ष से जुड़ता रहा है।
- पिण्ड से पेड़ के उपजने की बात तार्किक भी है क्योंकि संस्कृत वाङ्मय के अनेक संदर्भों में पिण्ड का आशय वृक्ष से जुड़ता रहा है।
- भारत के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक, अध्यात्मिक, दर्शनिक, सामाजिक और राजनीतिक जीवन एवं विकास के सोपानों की संपूर्ण व्याख्या संस्कृत वाङ्मय के माध्यम से आज उपलब्ध है।