सहजनवा वाक्य
उच्चारण: [ shejnevaa ]
उदाहरण वाक्य
- जानकारी के अनुसार गोरखपुर सफाई की झूठी रिपोर्ट देने पर जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) आर. के सहजनवा की भीमापार और पाली की बड़गों ग्राम पंचायत भी इसमें शामिल है।
- विकास क्षेत्र के ग्राम सभा सहजनवा में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अनियमितता की शिकायत पर जांच करने आये क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक गिरीश चन्द्र शुक्ला ने वितरण अनियमितता पाये जाने पर कोटेदार के विरुद्ध उपजिलाधिकारी...
- सहजनवा तहसील के पाली ब्लॉक अन्तर्गत डोहरिया गाँव में 23 अगस्त को आयोजित एक विरोध सभा पर ब्रिटिश सरकार के सुरक्षा बलों ने गोलियाँ चलायीं जिसके परिणामस्वरूप अकारण नौ लोग मारे गये और सैकड़ों घायल हो गये।
- गोरखपुर: तीन माह से मनरेगा की मजदूरी का भुगतान न होने पर शुक्रवार को सहजनवा तहसील के कटसहरा व गोरेडीह के दो सौ मजदूरों ने पूर्वाचल ग्रामीण बैंक के सामने भीटी-हरपुर मार्ग को जाम कर दिया।
- सहजनवा तहसील के पाली ब्लॉक अन्तर्गत डोहरिया गाँव में 23 अगस्त को आयोजित एक विरोध सभा पर ब्रिटिश सरकार के सुरक्षा बलों ने गोलियाँ चलायीं जिसके परिणामस्वरूप अकारण नौ लोग मारे गये और सैकड़ों घायल हो गये।
- गोरखपुर जिले के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) पी. के. मिश्र ने बताया कि आज सहजनवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बरउवा मोड़ पर इंडिका कार में सवार एक महिला अहमीनेजा समेत दो अन्य अभियुक्तों मनोज शर्मा और शाहिद को गिरफ्तार कर लिया।
- पकड़े गए लोगों की शिनाख्त गोरखपुर के सहजनवा के महुआपार निवासी मनोज कुमार सिंह, शाहपुर स्थित झरना टोला के संतोष कुमार गौड़, कैंट के कूड़ाघाट के पवन कुमार जायसवाल और तिवारीपुर स्थित सूर्यविहार कालोनी निवासी सुनीता सिंह के रूप में हुई।
- हमारे सहजनवा कार्यालय ने खबर दी है कि सोमवार कोतेज रफ्तार ट्रक ने रेशमा रावत इंटर कालेज के सामने इसी कालेज के कक्षा नौ के छात्र 14 वर्षीय बृंदावन सिंह पुत्र फूलचंद सिंह को ठोकर मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
- वह बताते हैं कि भगत सिंह से प्रेरणा लेते हुए ही उन्होंने 23 मार्च 1942 को उनके शहादत दिवस पर गोरखपुर जिले के सहजनवा क्षेत्र में अपने मित्र हरि प्रताप तिवारी, बाल स्वरुप शर्मा, कैलाश पति मिश्रा व बनारस से आए दो क्रांतिकारियों के साथ मिलकर ट्रेन को लूटा था।
- शहीद भगत सिंह, अशफ़ाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल के आजादी के सपने को आगे बढ़ाने के लिए सशस्त्र क्रांति के जरिए आजादी के आंदोलन में कूदे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगवान प्रसाद शुक्ला ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सहजनवा में ट्रेन रोक कर सरकारी खजाने से 10 हजार रुपये लूट लिए थे।