सहजयान वाक्य
उच्चारण: [ shejyaan ]
उदाहरण वाक्य
- अपने देश का ही धार्मिक इतिहास देख लो, वर्ण-व्यवस्था और कर्म-कांड को उस समय के सहजयान, सहजयोग और सहज संप्रदायों ने सहजता से परास्त कर दिया।
- सहजयान और नाथपंथ के अधिकांश साधक तथाकथित नीची जातियों में उत्पन्न हुए थे, अतः उन्होंने इस अकारण नीच बनाने वाली प्रथा को दार्शनिक की तटस्थता के साथ नहीं देखा।
- वासुदेवशरण अग्रवाल की मान्यता है कि ' ईश्वर को प्रेमिका मानकर उसके लिए जीवन की आकुलता का वर्णन बैष्णव, सहजयान, सूफी मत या ईसाई मत सब की विशेषता है. '
- विक्रम की नवीं शताब्दी में बौद्ध सिद्धों ने जो रचनाएँ प्रस्तुत कीं उनमें वज्रयान तथा सहजयान संबंधी सांप्रदायिक विचारों एवं साधनाओं के उपन्यसन के साथ-साथ अन्य संप्रदाय के विचारों का प्रत्याख्यान बराबर मिलता है।
- सबसे अन्तिम टुकड़े हैं वज्रयान और सहजयान, जो अपनी गाड़ी को सचमुच इतना मजबूत और सहज बना सके कि उनमें पांडित्य और कृच्छसाध्यता का अर्थात् कष्टपूर्ण व्रजनियम आदि का कोई अंग रहा ही नहीं।
- स हजिया, सहजपंथ, सहजधारी, सहजयान जैसे शब्दों के अलावा भी सहज शब्द का प्रयोग होता है जैसे सहज समाधि जिसका तात्पर्य ध्यान की उस अवस्था से है जो बिना किसी आसन या तन्त्रसाधना के हासिल होती है।
- इसी प्रतिस्पर्धा में बौद्ध धर्म ने एक ओर वैष्णव धर्म की अनेक बातें अपना लीं तथा दूसरी ओर लोक-विश्वासों और लोक-प्रथाओं को अपनाता हुआ वह महायान, मन्त्रयान, वज्रयान, सहजयान आदि रूपों में परिणत होता हुआ धीरे-धीरे नाम शेष हो गया।
- इसी प्रतिस्पर्धा में बौद्ध धर्म ने एक ओर वैष्णव धर्म की अनेक बातें अपना लीं तथा दूसरी ओर लोक-विश्वासों और लोक-प्रथाओं को अपनाता हुआ वह महायान, मन्त्रयान, वज्रयान, सहजयान आदि रूपों में परिणत होता हुआ धीरे-धीरे नाम-शेष हो गया।
- हजारी प्रसाद द्विवेदी की सहजसाधना पुस्तक के मुताबिक सहजयान बौद्धधर्म की महायान शाखा की उपशाखा मन्त्रनय से निकली तीन भक्तिधाराओं अर्थात वज्रयान, कालचक्रयान और सहजयान में एक है जिसमें शुरुआती दो धाराओं में मन्त्रों का महत्व है किन्तु सहजयान में मन्त्रों का महत्व नहीं है।
- हजारी प्रसाद द्विवेदी की सहजसाधना पुस्तक के मुताबिक सहजयान बौद्धधर्म की महायान शाखा की उपशाखा मन्त्रनय से निकली तीन भक्तिधाराओं अर्थात वज्रयान, कालचक्रयान और सहजयान में एक है जिसमें शुरुआती दो धाराओं में मन्त्रों का महत्व है किन्तु सहजयान में मन्त्रों का महत्व नहीं है।