साफ़ी वाक्य
उच्चारण: [ saafei ]
उदाहरण वाक्य
- इससे पूर्व अहलेबैत समाचार एजेंसी (अबना) की रिपोर्ट के अनुसार आयतुल्लाहिल उज़मा साफ़ी गुलपाएगानी ने आले सऊद और वहाबियत के हाथों पवित्र स्थानों के विध्वंस की तरफ़ इशारा करते हुए कहा था कि जो कुछ आज मक्का व मदीना में हो रहा है उससे इस्लाम को नुक़सान पहुंच रहा है और भविष्य में हम अपने ऐतिहासिक विरासत और इस्लामिक पुरातत्वों से वंचित हो जाएंगे।
- देता नहीं है बार रक़ीब-ए-शरीर कूँ शायद कि बूझता है हमारे ज़मीर कूँ उस नाज़नीं की तब् अ गर आबे ख़याल में बूझूँ सदा-ए-सूर क़लम की सरीर कूँ बरजा है उसकूँ इश् क़ के गोशे मनीं क़रार जो पेच-ओ-ताब दिल सूँ बिछावे हसीर कूँ उसके क़दम की ख़ाक में है हश्र की नजात उश् शाक़ के कफ़न में रखो इस अबीर कूँ मुझको ' वली ' की तब् अ की साफ़ी की है क़सम देखा नहीं है जग में सजन तुझ नज़ीर कूँ