सूखीढांग वाक्य
उच्चारण: [ sukhidhaanega ]
उदाहरण वाक्य
- वाद बिन्दु संख्या-1 लगायत 3 के निस्तारण में यह निर्णीत किया जा चुका है कि क्या दिनांक 17-7-2008 को जब मृतका राधा देवी बस संख्या-यू0ए0 07एल / 9734 में बहैसियत यात्री पिथौरागढ़ से दिल्ली को जा रही थी तो उक्त वाहन जब अमरूबैण्ड सूखीढांग के पास पहुंचा तो वाहन चालक द्वारा वाहन को तेजी एवं लापरवाही से चलाते हुए दुर्घटनाग्रस्त कर दिया, जिससे वाहन में सवार राधा देवी की दुर्घटना में आयी चोटों के कारण मृत्यु हो गयी।
- वाद बिन्दु संख्या-1 व 2 के निस्तारण में यह निर्णीत किया जा चुका है कि दिनांक 17-7-2008 को जब मृतक जोगेन्दर सिंह जो बस संख्या-यू0ए0 07एल / 9734 में बहैसियत यात्री पिथौरागढ़ से दिल्ली को जा रहा था तो उक्त वाहन जब अमरूबैण्ड सूखीढांग के पास पहुंचा तो वाहन चालक द्वारा वाहन को तेजी एवं लापरवाही से चलाते हुए दुर्घटनाग्रस्त कर दिया, जिससे वाहन में सवार जोगेन्दर सिंह की दुर्घटना में आयी चोटों के कारण मृत्यु हो गयी।
- वाद बिन्दु संख्या-1 लगायत 3 के निस्तारण में यह निर्णीत किया जा चुका है कि क्या दिनांक 17-7-2008 को जब मृतक गणेश सिंह जो बस संख्या-यू0ए0 07एल / 9734 में बहैसियत यात्री पिथौरागढ़ से दिल्ली को जा रहा था तो उक्त वाहन जब अमरूबैण्ड सूखीढांग के पास पहुंचा तो वाहन चालक द्वारा वाहन को तेजी एवं लापरवाही से चलाते हुए दुर्घटनाग्रस्त कर दिया, जिससे वाहन में सवार गणेश सिंह की दुर्घटना में आयी चोटों के कारण मृत्यु हो गयी।
- वाद बिन्दु संख्या-1 व 2 के निस्तारण में यह निर्णीत किया जा चुका है कि क्या दिनांक 17-7-2008 को जब मृतक ललित सिंह जो बस संख्या-यू0ए0 07एल / 9734 में बहैसियत यात्री पिथौरागढ़ से दिल्ली को जा रहा था तो उक्त वाहन जब अमरूबैण्ड सूखीढांग के पास पहुंचा तो वाहन चालक द्वारा वाहन को तेजी एवं लापरवाही से चलाते हुए दुर्घटनाग्रस्त कर दिया, जिससे वाहन में सवार ललित सिंह की दुर्घटना में आयी चोटों के कारण मृत्यु हो गयी।
- वाद बिन्दु संख्या-1 लगायत 3 के निस्तारण में यह निर्णीत किया जा चुका है कि क्या दिनांक 17-7-2008 को जब मृतक गणेश सिंह जो बस संख्या-यू0ए0 07एल / 9734 में बहैसियत यात्री पिथौरागढ़ से दिल्ली को जा रहा था तो उक्त वाहन जब अमरूबैण्ड सूखीढांग के पास पहुंचा तो वाहन चालक द्वारा वाहन को तेजी एवं लापरवाही से चलाते हुए दुर्घटनाग्रस्त कर दिया, जिससे वाहन में सवार पूरन सिंह की दुर्घटना में आयी 15 चोटों के कारण मृत्यु हो गयी।
- याचिका के अनुसार संक्षेप में याचीगण का कथन है कि दिनांक 17-7-2008 को जब मृतक ईश्वरी दत्त नगरकोटी अवकाश व्यतीत करने के उपरान्त अपनी सेना की यूनिट में लौटने के लिए विपक्षी संख्या-1 उत्तराखण्ड राज्य सड़क परिवहन की बस संख्या-यू0ए0 07एल / 9734 में पिथौरागढ़ से दिल्ली के लिए बहैसियत यात्री टिकट लेकर यात्रा कर रहा था तो उक्त बस सांय करीब 4.30 बजे जब चम्पावत-टनकपुर मोटर मार्ग में अमरू 2 बैंड सूखीढांग के पास पहुंचां तो वहां पर पहाड़ से मलवा गिर रहा था।
- याचीगण द्वारा याचिका के प्रस्तर-23 में कथन किया गया है कि दिनांक 17-7-2008 को जब मृतक ईश्वरी दत्त नगरकोटी अवकाश व्यतीत करने के उपरान्त अपनी सेना की यूनिट में लौटने के लिए विपक्षी संख्या-1 उत्तराखण्ड राज्य सड़क परिवहन की बस संख्या-यू0ए0 07एल / 9734 में पिथौरागढ़ से दिल्ली के लिए बहैसियत यात्री टिकट लेकर यात्रा कर रहा था तो उक्त बस सांय करीब 4.30 बजे जब चम्पावत-टनकपुर मोटर मार्ग में अमरू बैंड सूखीढांग के पास पहुचां तो वहां पर पहाड़ से मलवा गिर रहा था।
- निष्कर्ष. निस्तारण वाद बिन्दु संख्या-1 12इस वाद बिन्दु में यह निर्णीत किया जाना है कि क्या दिनांक 17-7-2008 को समय अपरान्ह 4.30 बजे स्थान टनकपुर-चम्पावत मोटर मार्ग के बीच स्थान अमरूबैण्ड सूखीढांग के निकट विपक्षी संख्या-2 द्वारा उत्तराखण्ड राज्य परिवहन निगम की बस संख्या-यू0ए0 07एल/9734 को तेजी एवं लापरवाही से चलाते हुए सड़क के किनारे पड़े एक बोल्डर से टकरा दी, जहां पहाड़ की ओर से मलवा गिर रहा था, जिस कारण बस में सवार कुछ यात्रियों की मृत्यु हो गयी, जिसमें मृतक ललित सिंह भी शामिल था?
- वाद बिन्दु संख्या-1 13इस वाद बिन्दु में यह निर्णीत किया जाना है कि क्या दिनांक 17-7-2008 को विपक्षी संख्या-2 द्वारा वाहन संख्या-यू0ए0 07 एल / 9734 को जब पिथौरागढ़ से दिल्ली ले जा रहा था तो उसने वाहन को चम्पावत मोटर मार्ग अमरूबैंड सूखीढांग के पास वाहन को तेजी व लापरवाही से चलाते हुए सड़क पर पड़े एक बोल्डर से टकरा दिया, जिस कारण पहाड़ के ऊपर से मलवा गाड़ी पर गिर गया, जिस कारण मृतक ईश्वरीदत्त की गम्भीर चोटें आयी और उक्त चोटों के कारण ईलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी, यदि हां तो प्रभाव?