सोजे वतन वाक्य
उच्चारण: [ soj vetn ]
उदाहरण वाक्य
- पर प्रेमचंद ब्रिटिश की निर्ममता के उससे पहले ही तब शिकार हो गए थे जब नवाब राइ नाम से उनका उर्दू कहानियो का संकलन ' सोजे वतन ' छपा था.
- महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा की पत्रिका पुस्तक वार्ता के एक अंक में छपे इस संस्मरण में उन्होंने सोजे वतन की जब्ती और इसे नौकरी की दुश्वारियों की चर्चा की है।
- उन्हें कड़ी चेतावनी दी गयी और सोजे वतन की ५ ०० प्रतियाँ जो अंग्रेजी हुकूमत के अफसरों ने जगह-जगह से जप्त की थीं, उनको सरे आम जलाने का हुक्म दिया.
- महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा की पत्रिका पुस्तक वार्ता के एक अंक में छपे इस संस्मरण में उन्होंने सोजे वतन की जब्ती और इसे नौकरी की दुश्वारियों की चर्चा की है।
- 1907 में ‘ सोजे वतन ' पर जब पाबंदी लगाई गई और प्रेमचंद की पेशी उत्तर प्रदेश के जिला मेजिस्ट्रेड के सामने हुई तो उनसे पूछा गया कि कितनी प्रतियां छपी थीं ।
- सप्तसरोज, नमक का दरोगा, प्रेम पचीसी, प्रेम प्रसून, सोजे वतन, नवनिधि, प्रेम पूर्णिमा, प्रेम द्वादशी, प्रेम प्रतिमा, प्रेम प्रमोद, प्रेम तीर्थ, पाँच फूल, प्रेम
- हालाँकि सोजे वतन में शामिल सभी पाँच कहानियाँ उर्दू मासिक ‘ जमाना ' में पहले ही छप चुकी थीं और इन में ऐसा कुछ भी नहीं था जिससे अंग्रेज हुकूमत की नींद हराम हो जाये.
- हमारे देश में उपन्यास सम्राट कहे जाने वाले महान लेखक प्रेमचंद का उर्दू में प्रकाशित पहला कहानी संग्रह ' सोजे वतन ' अंग्रेजों ने प्रतिबंधित ही नहीं किया, बल्कि उसकी सारी प्रतियों को जलवा दिया।
- सन १ ९ ० ९ में इनका उर्दू कहानी संग्रह सोजे वतन प्रकाशित होता है, जिसमे चार कहानियां है-दुनिया का सबसे अनमोलरतन, शेख मखदूर, यही मेरा वतन है, सांसारिक प्रेम और देश प्रेम ।
- हिंदी में उन्होंने साठ से अधिक पुस्तकें पढीं, जिनमें प्रेमचंद की ‘ निर्मला ' और ‘ सोजे वतन ', रामप्रसाद बिस्मिल, राधामोहन गोकुलजी, महात्मा गांधी, गणेश शंकर विद्यार्थी और लोकमान्य तिलक आदि की रचनाएं प्रमुख हैं।