सोहन लाल द्विवेदी वाक्य
उच्चारण: [ sohen laal devivedi ]
उदाहरण वाक्य
- बिन्दकी सेनानी जोधा सिंह अटैया और कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों तथा प्रसिद्ध हिन्दी कवि राष्ट्र कवि सोहन लाल द्विवेदी की मातृभूमि है।
- राष्ट्रकवि पण्डित सोहन लाल द्विवेदी का का जन्म फतेहपुर जिले में बिन्दकी में सौ साल पहले उनका जन्म 22 फरवरी 1906 को हुआ था।
- सोहन लाल द्विवेदी जी ने अपनी कविता ‘बड़ों का संग ' में बाल प्रवृत्ति पर लिखा है कि-”खेलोगे तुम अगर फूल से तो सुगंध फैलाओगे।
- बाल साहित्य के प्रति खुद बच्चों के रुझान और दिलचस्पी में कमी दिखाई दे रही हो लेकिन जिले में राष्ट्रकवि पंडित सोहन लाल द्विवेदी... 0
- बालकृष्ण शर्मा नवीन, सोहन लाल द्विवेदी, सनेहीजी, प्रताप नारायण मिश्र इत्यादि ने प्रताप के माध्यम से अपनी देशभक्ति को मुखर आवाज दी।
- एक दिन उन्होंने देर रात इसका दुरुपयोग करते हुए हिंदी के प्रसिद्ध कवि सोहन लाल द्विवेदी के निधन की एक डिटेल खबर बनाकर भेज दी।
- यह स्थान शहीद जोधा सिंह अटैया, शहीद दरियाव सिंह और कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों तथा प्रसिद्ध हिन्दी राष्ट्र कवि सोहन लाल द्विवेदी की मातृभूमि है।
- उनमें राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त, बालकृष्ण शर्मा ‘ नवीन ' माखन लाल चतुर्वेदी, सुभद्राकुमारी चौहान, पं. सोहन लाल द्विवेदी के नाम उल्लेखनीय हैं ।
- सोहन लाल द्विवेदी जी ने अपनी कविता ‘ बड़ों का संग ' में बाल प्रवृत्ति पर लिखा है कि-'' खेलोगे तुम अगर फूल से तो सुगंध फैलाओगे।
- सन १९६२ में सोहन लाल द्विवेदी की अध्यक्षता में अपने पिता द्वारा आयोजित एक कवि सम्मेलन अशोक चक्रधर ने अपने मंचीय जीवन की पहली कविता पढ़कर पं. सोहनलाल द्विवेदी जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।