हल्दीघाटी का युद्ध वाक्य
उच्चारण: [ heldighaati kaa yudedh ]
उदाहरण वाक्य
- इतिहास में हल्दीघाटी का युद्ध 1576 को मेवाड़ वीर राजपूत महाराणा प्रताप व दिल्ली मुग़ल बादशाह अकबर बीच मुगलों के द्वारा मेवाड़ कब्ज़ा से बचने के लेखर हुआ था।
- इतिहास में हल्दीघाटी का युद्ध 1576 को मेवाड़ वीर राजपूत महाराणा प्रताप व दिल्ली मुग़ल बादशाह अकबर बीच मुगलों के द्वारा मेवाड़ कब्ज़ा से बचने के लेखर हुआ था।
- हल्दीघाटी का युद्ध (1576)-हल्दीघाटी का युद्ध 1576 में राणा प्रताप और अकबर के बीच हुआ जिसमे राणा प्रताप ने बहादुरी से युद्ध किया किन्तु अंततः परास्त हो गये।
- हल्दीघाटी का युद्ध (1576)-हल्दीघाटी का युद्ध 1576 में राणा प्रताप और अकबर के बीच हुआ जिसमे राणा प्रताप ने बहादुरी से युद्ध किया किन्तु अंततः परास्त हो गये।
- पिता / माता पिता-महाराणा उदयसिंह, माता-राणी जीवत कंवर शासन काल 1568-1597 ई. शा. अवधि 29 वर्ष राज्य सीमा मेवाड़ धर्म हिंदू धर्म युद्ध हल्दीघाटी का युद्ध राजघराना राजपूताना राजधानी उदयपुर महाराणा प्रताप की जयंती विक्रमी संवत् कैलेंडर के अनुसार प्रतिवर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है।
- कहना न होगा कि हल्दीघाटी का युद्ध एक विचार शक्ति बन कर जन मानस को आंदोलित करते हुए प्रकाश स्तम्भ के रूप में इस तरह उभरा कि विश्व की महानतम शक्तिशाली रही भारतीय प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी को स्वामी भक्त अश्व चेतक की समाधि तक आने के लिए विवश होना पडा।
- कहना न होगा कि हल्दीघाटी का युद्ध एक विचार शक्ति बन कर जन मानस को आंदोलित करते हुए प्रकाश स्तम्भ के रूप में इस तरह उभरा कि विश्व की महानतम शक्तिशाली रही भारतीय प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी को स्वामी भक्त अश्व चेतक की समाधि तक आने के लिए विवश होना पडा।
- हल्दीघाटी का युद्ध अब एक इतिहास बन चुका है पर इसे हमेशा ही याद किया जाता रहा है और भविष्य में भी लोग इस आजादी की प्रथम लडाई के रुप में याद करते रहेंगे | अकबर की पुरे भारत पर विजय की सोच वाली महत्वाकांक्षा और महाराणा प्रताप का कभी ना झुकने वाला स्वाभिमान, दोनों […]