हिन्दी जाति वाक्य
उच्चारण: [ hinedi jaati ]
उदाहरण वाक्य
- रामविलास जी के हिन्दी जाति के निर्माण संबंधी चिंतन का सैद्धांतिक महत्त्व भारत के बहुजातीय संप्रभु राष्ट्र राज्य बनने तक जातीय विकास की प्रक्रियाओं को समझने से ताल्लुक रखता है.
- गद्य भाषा के रूप में ब्रजभाषा की विफलता और खड़ीबोली की सफलता का यह इतिहास काफी रोचक और हिन्दी साहित्य तथा हिन्दी जाति की प्रतिष्ठा की दृष्टि से अत्यंत सार्थक है।
- तो फिर बड़ी बात क्या है? बड़ी बात है हिन्दी की ऊर्ध्वगामी चेतना का शिखर होकर छियासी का होना! बड़ी बात है हिन्दी जाति का गौरव होकर छियासी का होना!!
- इस मामले में यदि रामविलास जी हिन्दी जाति के निर्माण काल को आधुनिक बताते हैं, तो एक तरह से वे बाद के ‘ आरंभिक आधुनिकता ' के शास्त्रकारों को पूर्वाषित करते हैं.
- हिन्दी जाति के सांस्कृतिक अग्रदूत भारतेंदु हरिश्चंद्र, बालकृष्ण भट्ट व पं. माधव शुक्ल जैसे अनेक बुद्धिजीवी और सुसंस्कृत देशवासी पारसी कंपनियों की लोकरुचि को दूषित करने वाली प्रस्तुतियों से क्षुब्ध थे ।
- हिन्दी प्रदेश के तो वे अकेले ऐसे व्यक्ति थे, जिनके मानस में आज़ादी के बाद के देश समाज के समृद्ध सामाजिक-सांस्कृतिक पुनर्निर्माण का एक स्पष्ट खाका था और जो हिन्दी जाति के प्रबल पक्षधर थे।
- अपने प्रिय कवि को हिन्दी जाति की पूरी श्रद्धा के साथ एक विद्यार्थी की नज़र से देखने की कोशिश है ये आलेख जो दो हिस्सों में है...... आज पहला भा ग....).
- आचार्य शुक्ल और आचार्य द्विवेदी के भक्ति आन्दोलन सम्बन्धी विवादों को अपनी दो पुस्तकों (1) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल और हिन्दी आलोचना (1955) तथा (2) हिन्दी जाति का साहित्य (1986) में डॉ. शर्मा ने उठाया है।
- रामविलास जी हिन्दी जाति के निर्माण को सौदागरी पूंजी के विकास से उचित ही जोड़ते हैं, लेकिन उनका आग्रह यह हो जाता है कि सौदागरी पूंजी को पूंजीवाद की ही एक अवस्था माना जा ए.
- राष्ट्रभाषा के समर्थन में जिस दिन हिन्दी जाति की करोड़ों-करोड़ों जनता आन्दोलन पर उतर आयेगी, संसद के सामने धरना देगी और आमरण अनशन पर बैठेगी, उसी दिन सच मानिए हिन्दी राष्ट्रभाषा घोषित हो जायेगी।