हृदयेश्वर वाक्य
उच्चारण: [ herideyeshevr ]
उदाहरण वाक्य
- ओ राजहंस! नल का संदेश देने वाले प्यारे विहंगम! किस तड़ाग में छिप गए हो? तुम मिल जाते तो मेरी इस यातना को मेरे हृदयेश्वर से परिचित करा देते।
- जिनको हृदयेश्वर की उपासना से वह (परमात्मा) मिला है, ऐसे महापुरुषों के वचनों को स्वीकार करके आप तुरंत शोकरहित हो जाओ, द्वंद्वरहित हो जाओ, भयरहित हो जाओ, वैर व राग-द्वेष रहित हो जाओ।
- इसके अतिरिक्त बाबूलाल मधुकर, हृदयेश्वर, मृत्युंजय मिश्र ' करुणेश ', नरेंद्र प्रसाद ' नवीन ', घमंडी राम, वीरेंद्र कुमार भारद्वाज, योगेंद्र प्रसाद मिश्र आदि ने अपने विचार अभिव्यक्त किए।
- शतरंज का खेल दो व्यक्ति ही खेल सकते हैं ये सभी जानते हैं लेकिन हृदयेश्वर सिंह भाटी ने खेल-खेल में एक ऐसे खेल का आविष्कार कर दिखाया है जिसे 6 लोग एक साथ खेल सकते हैं।
- (सच्चा शरणम) मुरली तेरा मुरलीधर 19 अहं रहित मह मह महकेंगे तेरे प्राण सुमन मधुकर स्निग्ध चाँदनी नहला देगी चूमेगा मारुत निर्झर तुम्हें अंक में ले हृदयेश्वर हलरायेगा मधुर मधुर टेर रहा है मूलाधारा मुरली तेरा मुरलीधर।।106।।
- प्यारे नल! हे हृदयेश्वर! आपको वरण किए बिना ही यदि मेरे हतभाग्य प्राण निकल जाँय तो जन्म जन्मांतर में भी मैं हृदय से अनुरक्त हो कर आप को ही पुनः प्राप्त करूँ, यही मेरी याचना है।
- (सच्चा शरणम) मुरली तेरा मुरलीधर 14 कोटि काम सुन्दर गुण मन्दिर कोटि कला नायक मधुकर अपने हृदयेश्वर के आगे थिरक थिरक नाचो निर्झर उर वृन्दावन चारी को मन दे उनके मन वाला बन टेर रहा गठबंधनोत्सुका मुरली तेरा मुरलीधर।।
- सम्मान: बिहार सरकार के प्रतिष्ठित राजभाषा सम्मान (2002) व रामइकबाल सिंह ‘ राकेश ' स्मृति समिति, मुजफ्फरपुर (बिहार) के ‘ गंध ज्वार सम्मान ' सहित के साथ-साथ हृदयेश्वर जी को कई स्तरों पर सम्मानित किया गया है।
- तो-पहले अपने अन्तस्तल को जानो, फिर सबके हृदयेश्वर को पहचानो एक ही सत्ता-सागर की लहरों में रखो समभाव तब स्वतः ही उत्पन्न हो जायेगा सद् भाव क्योंकि-तब मानव मानव को पहचान लेगा, सद् भाव के रहस्य को जान लेगा।
- अपने सीतामढ़ी प्रवास में कुछ साहित्यकारों ने यहाँ की साहित्यिक गतिविधियों में प्राण फूंकने का कार्य किया था, जिनमें सर्व श्री पांडे आशुतोष, तिलक धारी साह, ईश्वर चन्द्र सिन्हा, श्री राम दुबे, अदालत सिंह अकेला, डॉ हरेकृष्ण प्रसाद गुप्त अग्रहरी, हृदयेश्वर आदि ।