१६२० वाक्य
उच्चारण: [ 1620 ]
उदाहरण वाक्य
- उपरोक्त अन्तर के आधार पर १६२० ईसा पूर्व के अनुसार विक्रमी संवत, सप्तर्षि संवत, कलियुग संवत और प्राचीन सप्तर्षि आदि में वर्ष आदि निकाले जा सकते है।
- राणा कर्णसिंह (१६२०-१६२८ ई.) के बाद से उदयपुर नगर ही मेवाड़ की स्थायी राजधानी रहा, जबतक राणा भूपालसिंह द्वारा १८ अप्रैल १९४८ ई. में इसका विलय नहीं कर दिया गया।
- राणा कर्णसिंह (१६२०-१६२८ ई.) के बाद से उदयपुर नगर ही मेवाड़ की स्थायी राजधानी रहा, जबतक राणा भूपालसिंह द्वारा १८ अप्रैल १९४८ ई. में इसका विलय नहीं कर दिया गया।
- स्टुअर्ट एल पिम की एक रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका में वन आवरण की सीमा १८७२ में इसकी न्यूनतम बिंदु तक पहुँच गयी, यह १६२० में वन आवरण की मात्रा का लगभग ४८ प्रतिशत था।
- अब जो युरेग्वाई क्षेत्र है उसके कुछ भाग स्पेनियों द्वारा १६२० के दशक में और पुर्तगालियों द्वारा १६८० के दशक में बसाए गये थे; परिणाम ये रहा कि युरेग्वाई इन परस्पर विरोधी यूरोपीय देशों के बीच झगड़े की जड़ बना।
- मुग़ल शासक जहाँगीर ने १६२० ऐ डी में इस किले पर फतह हासिल की थी और उसका प्रमाण जहाँगीर नामक दरवाज़ा और यहाँ १९०५ में मिला सफ़ेद संगमरमर का फट्टा है जिस पर जहाँगीर के इस किले को जीतने के बारे में फारसी में खुदा हुआ है.
- ये समझ में अब आ रहा है कि पोस्को प्रोजेक्ट को ऐरोन या लोहे ओर लगभग मुफ्त में मिल रह है (२४०,००० करोर रूपये का माल मात्र १६२० करोर में!). कुछ ऐसी ही डील अन्य उद्योगों के साथ हुई है जिसमे टाटा, वेदंता, जिंदल आदि शामिल हैं.
- सबसे पहले किसी ईरानी शासक द्रारा योरोपी औपनिवेशिक ताकत की मदद लेने का क्रम तब शुरु हुआ जब उस समय के नौसेनिक ताकत पुर्तगाल के होरमुज जलडमरुमध्य से प्रभाव हटाने के लिए सफ़वी वंश के शासक अब्बास ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की मदद १६२० में ली ।
- स्टुअर्ट एल पिम की एक रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका में वन आवरण की सीमा १८७२ में इसकी न्यूनतम बिंदु तक पहुँच गयी, यह १६२० में वन आवरण की मात्रा का लगभग ४८ प्रतिशत था.पिम का दावा है की आवास ख़त्म हो जाने के कारण वन में २८ पक्षी प्रजातियों में से ४ पूरी तरह से या अधिकांशतया विलुप्त हो गयीं, पेसेंजर पिजन या यात्री कबूतर (
- अगर आप यही अखबार बिना सदस्यता के साल भर पढ़ते हैं तो आपको लगभग दोगुने या उससे ज्यादा पैसे खर्च करने पढ़ते हैं, जैसे कि टाईम्स ऑफ़ इंडिया ४.५० रुपये का आता है, मुंबई मिरार या ईकनोमिक टाईम्स के साथ, तो इसके हिसाब से महीने का बिल हो जाता है १३५ रुपये और सालभर का लगभग १६२० रुपये, और पढ़ पायेंगे साल भर आप केवल टाईम्स ऑफ़ इंडिया ।