1965 के भारत-पाक युद्ध वाक्य
उच्चारण: [ 1965 k bhaaret-paak yudedh ]
उदाहरण वाक्य
- सन् 1965 के भारत-पाक युद्ध विराम के बाद उन्होंने कहा था कि ' हमने पूरी ताकत से लड़ाई लड़ी, अब हमें शांति के लिए पूरी ताकत लगानी है।
- एक और पाकिस्तानी विशेषज्ञ और लेखक फारूख सलीम लिखते हैं कि ” अगर इससे तुलना करें तो 1965 के भारत-पाक युद्ध में कुल हताहतों की संख्या 3, 800 थी।
- मुंबई के आतंकी हमले में आतंकवादियों से भिड़ने वाले कमांडो ने द्वितीय विश्व युद्ध के जमाने के हेलमेट और 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान के बुलेट प्रूफ जैकेट पहने थे।
- सर सैय्यद अहमद खां ने ऐलान किया कि मुसलमानों को एक अलग राष्ट्र के रूप में संगठित करना चाहिए।” किताबों में 1965 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को विजयी बताया गया।
- मुंबई के आतंकी हमले में आतंकवादियों से भिड़ने वाले कमांडो ने द्वितीय विश्व युद्ध के जमाने के हेलमेट और 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान के बुलेट प्रूफ जैकेट पहने थे।
- कर्नल डीके कपूर ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार ने 1962 के युद्ध के उपरांत सावरकर के सिद्धांतों को अपनाया जिससे भारत 1965 के भारत-पाक युद्ध में विजयी हुआ।
- 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तानी विमानों द्वारा की गयी बमबारी में इस गिरजाघर की इमारत का अधिकांश नष्ट हो गया और आज सिर्फ गिरजाघर का बुर्ज (टॉवर) ही बचा है।
- लेकिन उसके बुरे दिन वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान शुरू हुए थे, जब वह अन्य लोगों की ही तरह युद्ध के भय के कारण पाक कब्जे वाले कश्मीर में चला गया था।
- गुरु पत्तू सरदार ने 1965 के भारत-पाक युद्ध में भारत की विजय-गाथा को इन पंक्तियों में व्यक्त किया था-” चमके लालबहादुर रामनगरिया वाला, अयूब के मुह को काला कर दिया...
- उर्दू शायरी से अपनी रचना यात्रा आरंभ करने वाले राही मासूम रज़ा ने पहली कृति ' छोटे आदमी की बड़ी कहानी' लिखी जो 1965 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए वीर अब्दुल हमीद की जीवनी पर आधारित है।