अमृत और विष वाक्य
उच्चारण: [ amerit aur vis ]
उदाहरण वाक्य
- उत्पत्ति, स्थिति (पालन) और लय (संहार) तथा अमृत और विष के भी सिर पर है (ये सब भी उसी के अधीन हैं) ।
- शशिकांत जी के अनुसार “विश्वास मे ही अमृत और विष छिपा हुआ है विश्वास मे ही श्रद्धा के फूल छिपे हुए होते है टूटा तो विष का काम करता है!
- ऐसी ही एक कृति है अमृतलाल नागर जी की जिसे कि साहित्य जगत में ' अमृत और विष ' के नाम से जाना जाता है और साहित्य अकादमी से पुरस्कृत भी है।
- उसी में अमृत और विष भी!!!!!! बस जरा सा मंथन साथ मिल कर कर लें!!!!!!!! पर पर जिस को जो मिला अपनी कर्म योनी से!!!!!!! सुन्दर विवाचन!!!!!! nirmal
- अमृतलाल जी हिंदी जगत के प्रसिद्ध उपन्यासकार थे, इनके प्रसिद्ध उपन्यास हैं:-महाकाल (1947), सेठ बांकेमल (1955), बूँद और समुद्र (1956), शतरंज के मोहरे (1959), सुहाग के नूपुर (1960), अमृत और विष (1966).
- चारों ओर हला-हल विष के सागर में विशाल ज्वार उठ रहे है, समाज भयभीत है, डरा है, कहते हैं देवताओं एवं असुरों ने मिल जब समुद्र का मंथन किया तो अमृत और विष दोनों ही निकले।
- क्योंकि इस सपने का वास्तविक सन्देश यह है की अमृत और विष का संयोग होने पर विष का शोधन होता है यानी पुण्य रूपी सूर्य का पाप रूपी अन्धकार से संयोग होता है तो पाप नष्ट हो जाते हैं.
- (ग्रन्थिबन्धनके समय) अत्यन्त सुन्दर रेशमी वस्त्र को हाथी के चर्मके साथ जोड़ते हुए सखियाँ मुँह फेरकर हँसेंगी और कोई प्रकट एवं कोई हृदय में ही कहेगी कि अमृत और विष को घोलकर मिलाया जा रहा है ॥ 7 ॥
- साहित्य रसिकों के लिये यह उपयुक्त तो है ही, और भी बातों जैसे जीवन के अनुभवों, मूल्यों, आस्था, नैराष्य, आलस्य, आदि तमाम बातों को समझने, जानने के लिये एक श्रेष्ठ कृति है ' अमृत और विष ' ।
- किसी कृति का मेरा पाठ मुझ में है, पर मैं यह भी क्यों न जानना चाहूं कि चाक्षुष विधा का कोई गंभीर सर्जक बाणभट्ट की आत्मकथा, नदी के द्वीप, अमृत और विष, दिव्या या मैला आंचल को किस तरह सामने ला सकता है?