अरण्यक वाक्य
उच्चारण: [ arenyek ]
उदाहरण वाक्य
- एलियट ने पौराणिक लेखन का भी काफी उपयोग किया है, इसमें बाइबल, द बुक ऑफ़ कॉमन प्रेयर, हिन्दू वृहद् अरण्यक उपनिषद, और बुद्ध की फायर सरमन से कई चीजें ली गयीं हैं.
- -अरण्यक कांड सर्ग ४ ३ श्लोक १ ९ इससे यह निश्चित रूप से सिद्ध होता हैं की स्वर्ण हिरण का शिकार माँस खाने के लिए तो निश्चित रूप से नहीं हुआ था।
- असम वन विभाग और अरण्यक नामक संस्था द्वारा देहरादून स्थित भारतीय वन्य जीव संस्थान के तकनीकी सहयोग से कराई गई अध्ययन रिपोर्ट के बाद हुए इस खुलासे ने सभी को चौंका दिया है.
- एलियट ने पौराणिक लेखन का भी काफी उपयोग किया है, इसमें बाइबल, द बुक ऑफ़ कॉमन प्रेयर, हिन्दू वृहद् अरण्यक उपनिषद, और बुद्ध की फायर सरमन से कई चीजें ली गयीं हैं.
- संहिता काल और ब्राह्मण और अरण्यक युग के प्रचलित शब्दों को उनके सीमित कर्मकाण्ड युक्त अर्थ को एक मुक्त और व्यापक तात्पर्य देने की प्रचेष्टा ही गीता को सार्वभौम और सार्वकालिक महत्त्व देती है।
- तैत्रीय अरण्यक ५. १.१ के अनुसार, कुरुक्षेत्र क्षेत्र, तुर्घना (श्रुघना / सुघ सरहिन्द, पंजाब में) के दक्षिण में, खांडव (दिल्ली और मेवात क्षेत्र)के उत्तर में, मारू (रेगिस्तान)के पूर्व में और पारिन के पश्चिम में है।
- भारत के प्रसिद्व तीर्थों में जिनका नाम आता है उनमें द्वादश ज्योतिल्र्लिग, पंचकाशी, पंचनाथ, पंचसरोवर, नौ अरण्यक, चतुर्दश प्रयाग, सप्तक्षेत्र, सप्तगंगा, सप्तपुण्य नदियां सिद्वक्षेत्र (इक्यावन), बावन शक्तिपीठ, सप्त सरस्वती, सप्तपुरियां, चार धाम आदि जाने कितने ऐसे तीर्थ स्थान हैं।
- माता सीता श्री रामचंद्र जी से स्वर्ण मृग को पकड़ने के लिए इस प्रकार कहती हैं-यदि आप इसे जीवित पकड़ लेते तो यह आश्चर्य प्रद पदार्थ आश्रम में रहकर विस्मय करेगा-अरण्यक कांड सर्ग ४ ३ श्लोक १ ५ और यदि यह मारा जाता हैं तो इसकी सुनहली चाम को चटाई पर बिछा कर मैं उस पर बैठना पसंद करुँगी।
- डॉ. सिंह से आज दोपहर यहां मंत्रालय में आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप के नेतृत्व में बस्तर वासी 360 घर अरण्यक ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य मुलाकात कर उन्हें जगदलपुर में जुलाई माह की 03 से 11 तारीख तक आयोजित किए जा रहे इस महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक त्यौहार में शामिल होने का न्यौता दिया।
- और इस मन के बारे में क्या कहूं मैं तुमसे? अरण्यक पर्व में झील के किनारे यक्ष ने पूछा था युधिष्ठिर से, कौन धरती से भारी है और है पर्वत से भी ऊंचा? कौन वायु से भी तेज है और किसकी संख्या खर-पतवार से भी है ज़्यादा? युधिष्ठिर ने कहा, मां धरती से भी भारी है और पिता पर्वत से ऊंचे हैं।