अश्लेषा वाक्य
उच्चारण: [ ashelaa ]
उदाहरण वाक्य
- अश्लेषा नाडी सोमवार की अवधि में उत्सव व समारोह के कार्य आरम्भ किये जा सकते है (
- अर्थात यदि जन्म अश्विनी नक्षत्र में हुआ हो तो यन्त्र अश्लेषा में बना हुआ होना चाहि ए.
- बुधवार के दिन अश्लेषा, रेवती, पूर्वाफाल्गुनी अथवा पुष्य नक्षत्र हो तो और उत्तम रहता है।
- ' ' ज्योतिषीय दृषि में राहू का जन्म नक्षत्र भरणी तथा केतु का जन्म नक्षत्र अश्लेषा है.
- अश्लेषा व मघा से कर्क और सिंह की संधि बनती हैं | ज्येष्ठा व मूल से वृश्चिक तथा
- इस नाडी की बुधवार की अवधि में व्यक्ति में मंत्र सिद्धि के कार्य करने चाहिए. अश्लेषा नाडी मुहूर्त (
- 25-गंडमूल नक्षत्रों के नाम अश्विनी, मघा, मूल, अश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती है।
- शुक्रवार के दिन अश्लेषा नाडी मुहूर्त समय में वाहन क्रय करने का कार्य किया जा सकता है (
- बरगद का पत्ता: अश्लेषा नक्षत्र में बरगद का पत्ता लाकर अन्न भंडार में रखें, भंडार भरा रहेगा।
- अश्लेषा, रेवती और ज्येष्ठा नक्षत्रों में जन्म महादशा और बुध तथा राहु की दशा अरिष्टकारी होती है।