अहादीस वाक्य
उच्चारण: [ ahaadis ]
उदाहरण वाक्य
- हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम की अहादीस (प्रवचन) हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के वह प्रवचन जो उनकी ग़ैबते सुग़रा के समय उनसे प्राप्त हुए अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं की सेवा मे प्रस्तुत कर रहे हैँ।
- की वह अहादीस जो मआरिफ़ के तमाम अबवाब व इस्लामी फ़िक़ह के अहकाम से मुताल्लिक़ थी, और इन के आबा व अजदाद के ज़रिये इन तक पहुँची थी अवाम के सामने बयान करने में कामयाब हो गये।
- की वह अहादीस (प्रवचन) जो एक इश्वरवाद, धर्मज्ञान व लज्जा आदि के संदेशो पर आधारित हैं उनमे से मात्र चालिस कथनो का चुनाव करके अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं की सेवा मे प्रस्तुत कर रहे हैं।
- सिर्फ़ यह कि बाज़ लोगों ने कहा है कि क़ुरआने मजीद के मअना समझने के लिये फ़कत पैग़म्बरे अकरम (स) की अहादीस और बयानात या अहले बैत (अ) के बयानात की तरफ़ रुजू करना चाहे।
- मोतरिज़ का यह कहना कि उम्मे ऐमन की गवाही से निसाबे शहादत नामुकम्मल रहता है, इस बिना पर ग़लत है कि बअज़ अहादीस से यह साबित होता है कि एक गवाह और हलफ़ से भी हुक्म लगाना जाएज़ है।
- जितनी, क़ाबिले वसूक़ ज़राए से अली इबने अबी तालिब (अ 0 स 0) की फ़ज़लत में अहादीस वारिद हुई हैं, पैगमबर (स 0) के सहाबा में से किसी एक के बारे में भी नहीं आई।
- इन अहादीस से यह बात वाज़ेह हो जाती है कि हर ज़माने में एक इमाम मौजूद होता है जिसको पहचानना वाजिब है और उसकी मारिफ़त हासिल न करना इंसान के जाहिलीयत और कुफ़्र के दौर में लौटने का सबब बनता है।
- “ इमाम अहमद और उनके असहाब का ज़ाहिरी कलाम यह है कि मुसलमान के लिए नसीहत व खैरख्वाही अनिवार्य है, यद्यपि उसने इसे न तलब किया हो, जैसाकि अहादीस के ज़ाहिरी अर्थ से पता चलता है... ”
- बहर हाल क़ुरआने करीम की आयात, पैग़म्बरे इस्लाम (स.) की रिवायात के बाद आइम्मा-ए-मासूमीन अलैहिमुस् सलाम की अहादीस हमारी नज़र में मोतबर है इस शर्त के साथ कि इन अहादीस का इमामों से सादिर होने मोतबर तरीक़ों से साबित हो।
- बहर हाल क़ुरआने करीम की आयात, पैग़म्बरे इस्लाम (स.) की रिवायात के बाद आइम्मा-ए-मासूमीन अलैहिमुस् सलाम की अहादीस हमारी नज़र में मोतबर है इस शर्त के साथ कि इन अहादीस का इमामों से सादिर होने मोतबर तरीक़ों से साबित हो।