आईशा वाक्य
उच्चारण: [ aaeeshaa ]
उदाहरण वाक्य
- 4-आईशा रज़ियल्लाहु अन्हा से विर्णत है वह कहती हैं कि अल्लाह के पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने अपनी बीमारी के दौरान मुझ से कहा कि अपने बाप अबू बक्र और अपने भाई को मेरे पास बुलाओ ताकि मैं एक पत्र लिख दूँ।
- यह कहना था कि कुछ क्षणों में रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) पर वह्यी (प्राकाशना) उतरी जिस में अल्लाह तआला ने आईशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) को इल्ज़ाम से पवित्र किया और मुनाफेक़ीन और उनका साथ देने वालों को झूठा क़रार दिया।
- यदि ग़ैब की जानकारी रखते तो फिर एक महीने तक परेशान नहीं होते, सहाबा (रज़ियल्लाहु अन्हुम) से दोनों के चरित्र के प्रति प्रश्न नहीं करते, आईशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) के पास आकर उन से उकनी पवित्रता के प्रति प्रश्न नहीं करते।
- आईशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) यात्रा से वापस आकर बिमार हो गईं और आप को लोगों में चर्चित इल्ज़ाल का ज्ञान नहीं था जब पता चला तो बहुत रोने लगी और रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) से अनुमति ले कर अपने पिता के घर आगईं ।
- रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने बहुत से ऐसे नामों को बदल दिया जो अशुद्ध अर्थात पर दलालत करता था, आईशा (रज़ी अल्लाहु अन्हा) कहती हैं कि ” रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) गलत नामों को अच्छे नामों से बदल देते थे।
- मदीने की ओर चल पड़े, जब मदीना पहुंचे तो मुनाफेक़ीन ने देखा कि आईशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) बाद में सफवान बिन मुअत्तल अस्सलमी के साथ आईं हैं तो उन लोगों ने आईशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) पर सफवान बिन मुअत्तल अस्सलमी के साथ अशुद्ध संबंध का इल्ज़ाम लगा दिया।
- मदीने की ओर चल पड़े, जब मदीना पहुंचे तो मुनाफेक़ीन ने देखा कि आईशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) बाद में सफवान बिन मुअत्तल अस्सलमी के साथ आईं हैं तो उन लोगों ने आईशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) पर सफवान बिन मुअत्तल अस्सलमी के साथ अशुद्ध संबंध का इल्ज़ाम लगा दिया।
- 297) ने आईशा रज़ियल्लाहु अन्हा से रिवायत किया है कि उन्हों ने कहा: नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम अपने सिर को मेरी तरफ झुकाते थे जबकि आप मस्जिद में एतिकाफ की हालत में होते थे तो मैं माहवारी के दिनों में होने के उपरान्त आप के सिर में कंघी करती थी।
- इमाम अहमद की एक रिवायत में आईशा रज़ियल्लाहु अन्हा से वर्णित है कि अल्लाह के पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम हस्सान रज़ियल्लाहु अन्हु के क़िले की ऊँची छाया में बैठे हुये थे कि आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के पास एक आदमी आया और कहा: ऐ अल्लाह के पैगंबर! मैं जल गया।
- खाने की मेज़ पर जब मैं सलाद सजा रही हूँ बसरा बगदाद में टामहाक मिसाइलों की बारिश हो रही है बारिश की आँच मेज़ से गुज़रकर मेरी शिराओं में फैल रही है I घुटनों पर झुकी आईशा मिस्लेह बीमार बेटी के लिए दुआ माँगना छोड़ ख़ैर माँग रही है अल्लाह से इराकी सैनिकों की आस्त्रा …