आज्ञाचक्र वाक्य
उच्चारण: [ aajenyaachekr ]
उदाहरण वाक्य
- आज्ञाचक्र की संगति शरीर शास्त्री पिट्यूटरी एवं पीनियल ग्रंथियों के साथ करते हैं।
- उसका मन एकाग्र हो गया और आज्ञाचक्र में प्रकाश का दर्शन हुआ ।
- आज्ञाचक्र से ग्रहण की गई शक्तिरूपी चैतन्यता संपूर्ण देह को तरंगित करती है।
- और हम साधक को सीधा “ आज्ञाचक्र ” से ऊपर उठाते हैं ।
- आज्ञाचक्र से ग्रहण की गई शक्तिरूपी चैतन्यता संपूर्ण देह को तरंगित करती है।
- तिलक लगाने के लिए भी भृकुटि के मध्य आज्ञाचक्र पर ही लगाना चाहिए।
- माथे के बीच में जहां तिलक लगाते हैं, वहां आज्ञाचक्र होता है।
- तत्पश्चात् आँखें बन्द करके भृकुटी (आज्ञाचक्र) में लौ का ध्यान करें।
- तिलक लगाने के लिए भी भृकुटि के मध्य आज्ञाचक्र पर ही लगाना चाहिए।
- विक्षिप्त या मन्द बुद्धि व्यक्तियों का आज्ञाचक्र ही विकारी होकर सिकुङ जाता है ।