आसावरी वाक्य
उच्चारण: [ aasaaveri ]
उदाहरण वाक्य
- इस गीत में राग आसावरी के स्वरों की छाया ही नहीं बल्कि आसावरी का गाम्भीर्य भी उपस्थित है।
- आसावरी थाट के अन्तर्गत माना जाने वाला यह राग मध्यरात्रि और उसके बाद की अवधि में ही गाया-बजाया जाता है।
- आसावरी तू एक स्मित रेख तेरी आ बसी जब से दृगों में हर दिशा तू ही दिखे है बाग़-वृक्षों में-
- इस प्रहर में भैरवी, भैरव, अहीर भैरव, आसावरी, रामकली, बसन्त मुखारी आदि रागों का गायन-वादन उपयोगी माना जाता है।
- सुमहेन्द्र ने इस शृंखला में आसावरी, भैरवी, मालकौंस और वसंत आदि जैसी कई रागों को प्रकृति के बिम्बों के माध्यम से व्यक्त किया है।
- एएनएम अमर सिंह ने बताया कि प्रत्येक गुरुवार व टीकाकरण के अवसर पर 12 किलोमीटर दूर आसावरी से सेंटर से टीके भेजे जाते हैं।
- सुमहेन्द्र ने इस शृंखला में आसावरी, भैरवी, मालकौंस और वसंत आदि जैसी कई रागों को प्रकृति के बिम्बों के माध्यम से व्यक्त किया है।
- इस श्रृंखला की पहली कड़ी में आज हम आपको दिन के पहले प्रहर के इन रागों में से सबसे पहले राग आसावरी सुनवाते हैं।
- गज़ल शैली में आसावरी थाट के सुरों में पिरोया गाना ‘ जिक्र होता है जब कयामत का तेरे जलवों की बात होती है '
- इस राग के विषय में जानकारी देते हुए श्रीकुमार जी ने बताया कि षाडव-सम्पूर्ण जाति का यह राग आसावरी थाट के अन्तर्गत माना जाता है।