उदन्त मार्तण्ड वाक्य
उच्चारण: [ udent maaretned ]
उदाहरण वाक्य
- कलकत्ता की आमड़ातल्ला गली हिंदी पत्रकारिता के सम्राज्य की गवाह है, जहां 1826 में गुरबत के आलम में श्रद्धेय युगल किशोर सुकुल ने ‘ उदन्त मार्तण्ड ' का प्रकाशन शुरू किया।
- कलकता के कोलू टोला नामक मोहल्ले की 37 नंबर आमड़तल्ला गली से पं. जुगलकिशोर शुक्ल ने सन् 1826 ई. में उदन्त मार्तण्ड नामक एक हिंदी साप्ताहिक पत्र निकालने का आयोजन किया।
- सुभारती मास कॉम के प्राचार्य एवं डीन प्रो. आर.पी. सिंह ने हिन्दी पत्राकारिता के लंबे सफर और आज व्यापक विस्तार को उल्लेखित करते हुए कहा कि उदन्त मार्तण्ड का पत्रकारिता के इतिहास में एक विशिष्ट स्थान है।
- अतीत के झरोखे से स्तंभ के अंतर्गत हिन्दी के अखबारों पर उदन्त मार्तण्ड (१ ८ २ ६) से लेकर पूर्वापर क्रम में मतवाला (१ ९ २ ३) तक सभी अखबारों पर सिलसिलेवार लेखन।
- हिंदी पत्रकारिता का उद्भव काल (1826 से 1867) कलकत्ता से 30 मई, 1826 को ‘ उदन्त मार्तण्ड ' के सम्पादन से प्रारंभ हिंदी पत्रकारिता की विकास यात्रा कहीं थमी और कहीं ठहरी नहीं है ।
- हालांकि 4 दिसम्बर, सन् 1927 को पत्र प्रकाशन बन्द हो गया था, किन्तु जो दीप शिखा ' उदन्त मार्तण्ड ' ने प्रज्वलित की वह प्रतिदिन प्रदीप्त होती रही तथा उसके प्रकाश में हमने स्वाधीन भारत का स्वप्न साकार किया।
- ‘‘ यह उदन्त मार्तण्ड अब पहले पहल हिंदुस्तानियों के हेत जो, आज तक किसी ने नहीं चलाया पर अंग्रेजी ओ पारसी ओ बंगाली में जो समाचार का कागज छपता है उसका उन बोलियों को जान्ने ओ समझने वालों को ही होता है।
- यह उदन्त मार्तण्ड अब पहिले पहल हिन्दुस्तानियों के हित हेतु जो आज तक किसी ने नहीं चलाया पर अंग्रेजी ओ फारसी ओ बंगले में जो समाचार का कागज छपता है उसका सुख उन् बोलियों के जान्ने ओ पढ़ने वालों को ही होता है।
- बिजनेस-उद्योग-श्रम-तकनीक-वेब-मोबाइल-मीडिया उदन्त मार्तण्ड ने परिचित कराया आधुनिक पत्रकारिता से: पत्रकारिता दिवस पर: स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के सुभारती पत्रकारिता एवं जनसंचार संकाय में हिन्दी पत्रकारिता दिवस (30 मई) के अवसर पर हिन्दी पत्रकारिता के उद्भव एवं विकास पर चर्चा की गई।
- वे समाचार पत्रो के माध्यम से देश के नवयुवको कें मन व मस्तिष्क में देश के प्रति एक नई क्रांति लाना चाहते थे, इस दिशा में सर्वप्रथम कानपुर के निवासी पंडित युगल किशोर शुक्ल ने प्रथम हिन्दी पत्र उदन्त मार्तण्ड नामक पत्र 30 मई, 1926 ई. में प्रकाशित किया था।