ओ पी नैय्यर वाक्य
उच्चारण: [ o pi naiyeyr ]
उदाहरण वाक्य
- इसलिए देव आनंद को भी यह साथ मिला गुणी और प्रयोगशील संगीतकारों का-सचिन देव बर्मन, ओ पी नैय्यर, शंकर जय किशन, हेमंत कुमार इत्यादी, और बाद में राहुल देव बर्मन, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल आदि.
- आशा भोंसले और ओ पी नैय्यर साहब बॉलिवुड के बेहद सम्मानित सदस्य माने जाते हैं लेकिन इन दोनों की जोड़ी को एक संगीत निर्देशक और गायिका के रिश्ते से अलग प्रेम-पंक्षियों की तरह देखने वालों की भी कमी नही है.
- ओ पी नैय्यर (जनवरी १ ६, १ ९ २ ६-जनवरी २ ८, २ ०० ७) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध संगीतकार थे जो लाहौर में पैदा हुए थे तथा अपने चुलबुले संगीत के लिये जाने जाते थे।
- बॉलीवुड के दिंवगत संगीतकार ओ पी नैय्यर की पोती निहारिका रायजादा बॉलीवुड में बतौर अभिनेत्री अपना डेब्यू करने जा रही हैं। निहारिका विक्रम प्रधान की आने वाली फिल्म " बैंग बैंग बैंकॉक" के जरिए बतौर अभिनेत्री बॉलीवुड में अपनी पारी खेलने को तैयार है।
- इन महान संगीतकारों को सम्मानित करने के उद्देश्य से ही सारेगामा ने यह सीरिज रिलीज़ की है, जिन संगीतकारों को इस सीरिज में शामिल किया है उनमे खैयाम, रोशन, रवि, लक्ष्मीकान्त प्यारे लाल, शंकर जयकिशन, मदन मोहन, ओ पी नैय्यर और सलिल चौधरी हैं.
- इन महान संगीतकारों को सम्मानित करने के उद्देश्य से ही सारेगामा ने यह सीरिज रिलीज़ की है, जिन संगीतकारों को इस सीरिज में शामिल किया है उनमे खैयाम, रोशन, रवि, लक्ष्मीकान्त प्यारे लाल, शंकर जयकिशन, मदन मोहन, ओ पी नैय्यर और सलिल चौधरी हैं.
- कडी़-२ जब हम ओ पी नैय्यर के गानें सुनते हैं तो ये बात तो निर्विवाद सत्य है ही कि उनकी संगीत शैली, धुनों का Dynamics, सुरों के कोर्ड्स की विविधता, लय की मस्तानी चाल आदि अन्य संगीतकारों से एकदम हट के थी.
- इसके बाद संगीतकार ओ पी नैय्यर (जिन्होंने लता मंगेशकर की टक्कर में आशा भोसले स्थापित ही नहीं किया बल्कि जिंदगी भर उन्होंने लता मंगेशकर के लिए एक भी गीत का संगीत नहीं दिया) ने रफ़ी-आशा की जोड़ी को फिल्मी दुनिया की सफलतम गायक जोड़ी के रूप में स्थापित कर दिया।
- कडी़-२ जब हम ओ पी नैय्यर के गानें सुनते हैं तो ये बात तो निर्विवाद सत्य है ही कि उनकी संगीत शैली, धुनों का Dynamics,सुरों के कोर्ड्स की विविधता, लय की मस्तानी चाल आदि अन्य संगीतकारों से एकदम हट के थी.साथ ही, हिंदुस्तानी तथा पाश्चात्य वाद्यों के मा
- इन महान संगीतकारों को सम्मानित करने के उद्देश्य से ही सारेगामा ने यह सीरिज रिलीज़ की है, जिन संगीतकारों को इस सीरिज में शामिल किया है उनमे खैयाम, रोशन, रवि, लक्ष्मीकान्त प्यारे लाल, शंकर जयकिशन, मदन मोहन, ओ पी नैय्यर और सलिल चौधरी हैं.