कजली तीज वाक्य
उच्चारण: [ kejli tij ]
उदाहरण वाक्य
- इस दिन आसमान में घुमड़ती काली घटाओं के कारण इस पर्व को कजली तीज अथवा धरती पर हरियाली होने के कारण हरियाली तीज के नाम से पुकारते हैं।
- पूर्वी उत्तर प्रदेश, बनारस, मिर्ज़ापुर, देवलि, गोरखपुर, जौनपुर, सुल्तानपुर आदि ज़िलों में इसे कजली तीज के रूप में मनाने की परम्परा है।
- शुक्ल पक्ष की तीज को कजली तीज होती है, आज शिव पार्वती की पूजा होती है, भादो शुक्ला तीज को बेडा तीज या हरतालिका होता है।
- शुक् ल पक्ष की तीज को कजली तीज होती है, आज शिव पार्वती की पूजा होती है, भादो शुक् ला तीज को बेडा तीज या हरतालिका होता है।
- कजली तीज व्रत व् पर्व पं. ब्रज किशोर भारद्वाज ब्रजवासी श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज या कजली तीज के नाम से जाना जाता है।
- कजली तीज व्रत व् पर्व पं. ब्रज किशोर भारद्वाज ब्रजवासी श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज या कजली तीज के नाम से जाना जाता है।
- इसे राजस्थान में मधुश्रावणी, बुन्देलखंड में हरियाली तीज, बिहार में श्रावणी, पूर्वी उत्तर प्रदेश में कजली तीज, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में श्रावणी तीज कहा जाता है।
- नीमडली.. ।। कजली तीज पर इस कुलकामिनी की कामना निम्नलिखित लोकगीत में इस रूप में भी व्यक्त होती है-मारा माथा न मेमद लाय, मारा अनजा मारु यही हो रहो जी।
- इस उमंग पर्व के बुहविध भावों में एक भाव यह भी द्रष्टव्य है-राज म्हारी नाव घटा पर कजली तीज, तीजा जो पधारो जी म्हाका सिरधार राज म्हारा माथा न में मदल्याय रखड़ी मुलाओ जी।
- जिलाधिकारी डा. रोशन जैकब ने कजली तीज पर की गई तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए दुखहरन नाथ एवं पृथ्वीनाथ मंदिरों का मुआइना किया तथा वहां जिला प्रशासन द्वारा अब तक की गई तैयारियों की समीक्षा की।