कात्यायनी देवी वाक्य
उच्चारण: [ kaateyaayeni devi ]
उदाहरण वाक्य
- कात्यायनी देवी व्रत पं. ब्रजकिशोर भारद्वाज ‘ ब्रजवासी ' कात्यायनी देवी का व्रत मार्गशीर्ष मास कृष्णपक्ष से मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तक करने का विधान है।
- कात्यायनी देवी को वैदिक युग में ये ऋषि-मुनियों को कष्ट देने वाले रक्ष-दानव, पापी जीव को अपने तेज से ही नष्ट कर देने वाली माना गया हैं।
- इधर वृन्दावन में स्वामी केशवानन्द जी महाराज कात्यायनी देवी की पंचायतन पूजन विधि से प्रतिष्ठा के लिए सनातन धर्म की पांच प्रमुख मूर्तियों का प्रबन्ध कर रहे थे।
- चीरघाट: सभी गोपियाँ मार्गशीर्ष माह में भगवान श्री कृष्ण को वर रूप में पाने के लिये कात्यायनी देवी जी का व्रत रखती थीं एवं यमुना में स्नान करती थी।
- -कात्यायनी देवी के साथ शिव का पंचोपचार कर पूष्प अर्पित करें व निम्न मंत्र का जाप करें-कात्यायनी महामये महायोगिनधिश्वरी नंद गोप सुतम देवी पति में कुरुते नम: ।।
- इस स्टेशन के पास ही कात्यायनी देवी और शिव का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जहां सावन के अंतिम सोमवार का मेला लगा होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे।
- भगवान श्री कृष्ण को पाने की लालसा में ब्रजांगनाओं ने अपने ह्रदय की लालसा पूर्ण करने हेतु यमुना नदी के किनारे से घिरे हुए राधाबाग नामक स्थान पर श्री कात्यायनी देवी का पूजन किया।
- अत: जब श्री श्री स्वामी केशवानंद जी महाराज श्री श्री कात्यायनी देवी की अष्टधातु की अत्यन्त ही सुन्दर प्रतिमा लेकर कलकत्ता से वापस आ रहे थे, केदारबाबू ने स्टेशन आकर गुरुदेव को गणेश जी की प्रतिमा दे दी।
- मार्कंडेय पुराण में लिखा है कि मूर्ती के सामने त्रिकोण बना कर उसके नवो त्रिकोण पर बेसन के 27 लड्डू चाधायें कात्यायनी देवी-वृहस्पतिवार को पूजी जाने वाली कात्यायनी देवी के परम्परागत रूप में नवरात्री के छठे दिन पूजन का विधान है.
- मंगल ग्रह के लिए स्कन्दमाता, बुध की शांति तथा अर्थव्यवस्था में वृद्धि के लिए कात्यायनी देवी, गुरु के लिए महागौरी, शुक्र के शुभत्व के लिए सिद्धिदात्री तथा शनि का दुष्प्रभाव दूर करने के लिए कालरात्रि की उपासना सार्थक रहती है।