कार्तिक शुक्ल षष्ठी वाक्य
उच्चारण: [ kaaretik shukel sesthi ]
उदाहरण वाक्य
- एक अन्य मान्यता के अनुसार भगवान श्रीरामचन्द्र जी जब अयोध्या लटकर आये तब राजतिलक के पश्चात उन्होंने माता सीता के साथ कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि को सूर्य देवता की व्रतोपासना की और उस दिन से जनसामान्य में यह पर्व मान्य हो गया और दिनानुदिन इस त्यहार की महत्ता बढ़ती गई व पूर्ण आस्था एवं भक्ति के साथ यह त्यहार मनाया जाने लगा.
- उसी क्षण भगवान की मानस कन्या देवसेना वहां प्रकट होती हैं और राजा से कहती हैं कि वह षष्ठी हैं अत: तुम मेरा पूजन करो जिस कारण तुम्हें इस शोक से मुक्ति प्राप्त होगी और राजा ने देवी के कथन अनुसार पुत्र इच्छा से देवी षष्ठी का व्रत किया जिस कारण उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है मान्यता है कि यह पूजा कार्तिक शुक्ल षष्ठी के दिन हुई थी जिस कारण यह महत्वपूर्ण थी.