कुमारसंभव वाक्य
उच्चारण: [ kumaaresnebhev ]
उदाहरण वाक्य
- शिव को प्राप्त करने के लिये पार्वती की तपस्या (कुमारसंभव, अध्याय 5) इसका प्रमुख उदाहरण है।
- कुमारसंभव में वसंत का वर्णन करते हुए कवि अशोक को स्कंध पर पल्लवित और कुसुमित बताता है;
- कुमारसंभव में शिव-पार्वती परिणय, मदन दहन और स्कंद जन्म की कहानी विस्तृत ढंग से लिखी गई है।
- स्वर्ग की स्थिति की प्रामाणिकता के लिए कालिदास के काव्य ‘ कुमारसंभव ' का भौगोलिक वर्णन प्रस्तुत है।
- उस भाव का प्रचार-प्रसार चाहता है इसीलिए कालिदास ने कुमारसंभव और रधुवंश में अपने भाव को दुहराया है।
- कुमारसंभव में महाकवि कालिदास द्वारा भी सृष्टिकर्ता को स्वयं दो भागों में विभक्त किया है-नर और नारी।
- हमारे लिए तो ये कुमारसंभव के काल से और उससे भी पहले से चली आ रही लड़ाई है।
- कुमारसंभव में वसंत का वर्णन करते हुए कवि अशोक को स्कंध पर पल्लवित और कुसुमित बताता है ;
- शिव को प्राप्त करने के लिये पार्वती की तपस्या (कुमारसंभव, अध्याय 5) इसका प्रमुख उदाहरण है।
- कुमारसंभव में प्रणयरत पार्वती के मुखारविंद पर लज्जा की हलकी लालिमा को कदंब फूलों की उपमा दी गई है।